खबरी लाल की रिर्पोट
जमशेदपुर के 10 है डेंजर सड़क
जमशेदपुर।
झारखंड राज्य में अगर सड़कों की बात होती है तो लोग जमशेदपुर की सड़को का नाम लेना नही भुलते है। लंबी चौड़ी ही नही साफ सुथरी सड़के लोगो को इसी शहर मे देखने को मिलता है।लेकिन सड़के ज्यादा अच्छी होने कभी कभी परेशानी का सबब बन जाता है । क्योकि सड़के अच्छी होने के कारण कई गाड़ियां अपनी गति से ज्यादा गति से लोग चलाते है । अगर सावधानी नही बरती तो आप सड़क दुर्घटना का शिकार हो सकते है। शहर मे ऐसे कई सड़के है जहां चलने के पूर्व काफी सावधानी बरतना पड़ता है। वैसे तों जिला प्रशासन ने पुरे जिले में 19 जगहों को चिह्नीत किया है। जहां सबसे अधिक सड़क दुर्घटना होती हैं। आईए शहर के 10 प्रमुख उन दुर्घटना जॉन सड़क के बारे में जानते है।
जूबली पार्क गेट(उपायुक्त कार्यलय के समीप)- यह सड़क जमशेदपुर उपायुक्त कार्यलय के समीप है। इस सड़क सीधे बिष्टुपुर से साकची बायपास होते हुए मानगो होते हुए NH33 पर मिलता है।इस कारण भारी वाहनो की आवाजाही इस मार्ग से ज्यादा होती है। उपायुक्त कार्यलय के समीप से बिष्टुपुर जाते वक्त ढलान होने के कारण गाड़ियो की स्पीड ज्यादा होती है। वही जुबली पार्क से भी छोटी गाडियां भी निकलती है। और थोड़ी से असवाधानी हुई कि बस दुर्घटना होना वहां लाजमी है। उस स्थान मे कई लोग काल के गाल में समा चुके हैं।
2.लिट्ठी चौक(भूईयाडीह)-यह स्थान सी एम के घर के नजदीक ही है। इस जगह माह में एक व्यक्ति की सड़क दुर्घटना होना निश्चीत है। क्योंकि इसी सड़क से टाटा रायसन, टाटा टिमकेम जैसी बड़ी कंपनियां है। जिस कारण भारी वाहनो का आना जाना यहां से होता रहता है।
3.भुईयाडीह चौक(स्वर्णरेखा श्मशान घाट के समीप)- स्वर्णरेखा श्मशान घाटे के समीप से गया इस सड़क में भी भारी वाहन आना जाना हमेशा रहता है। क्योकि शहर से कंपनी जाने का दुसरा कोई विकल्प मार्ग नही है। ट्रक सहित अन्य भारी वाहन इसी मार्ग का उपयोग करते है।यहां पर सड़के काफी सकड़ी के साथ साथ घुमावदार भी है।इस कारण यहां भी दुर्घटना ज्यादा घटती है।
4.मानगो बस स्टैण्ड—बस स्टैण्ड के समीप मार्ग काफी सकड़ा होने के कारण यहां भी दुर्घटना होते रहती है। क्योकि टेल्को,गोलमुरी, एग्रीको से कंपनी से निकलने वाले भारी वाहन यही होकर निकलते है।
5.एग्रीको गोलचक्कर– साकची से बारीडीह की जाने वाले मार्ग में एग्रीकों गोलचक्कर काफी संवेदनशील स्थान है। इस गोल चक्कर चार मार्गो का मिलान होता है। जिसमें एक मार्ग भुईयाडीह- गोलमुरी और दुसरा मार्ग साकची से बारीडीह की जाता है।दिन मे तो यहां कम लोग दुर्घटना का शिकार होते है । लेकिन रात और सुबह के वक्त यहां पर जरुर दुर्धटना होती है। क्योकि कंपनी से माल लेकर निकालने वाले भारी वाहन इस मार्ग उपयोग करते है।घर जाने की जल्दी में जैसे ही लोग उस गोल चक्कर का क्रास करते है। वही दुसरी तरफ से गाड़ी नही देख पाने के काऱण दुर्घटना का शिकार हो जाते है।
6.गोलमुरी गोलचक्कर- यह गोलचक्कर साकची से टेल्को के मार्ग पर पड़ता है। चुकी इसी मार्ग से कंपनी से निकलने वाली गाड़ियां एग्रीको, भुईयाडीह, मानगो बस स्टैण्ड होते हुए NH33 या आदित्यपुर औधोगिक क्षेत्र को आना जाना करती है। इस कारण यहां भी जल्दबाजी के चक्कर मे कई सड़क दुर्घटना होती है। और कई लोग यहां भी असमय काल गाल में समा चुके है।
7मैरीन ड्राईव(सोनारी के पंचवटी नगर के समीप)- यह सड़क पर स्वर्णरेखा नदी के किनारे किनारे होकर आदित्यपुर खऱखाई नदी के पुल को पार कर आदित्यपुर औधोगिक क्षेत्र को जोड़ती है। यह सड़क भारी वाहनो के लिए एक वर्ष पूर्व ही खोला गया है। सड़के चौड़ीकरण और अच्छी होने के कारण इस मार्ग मे चलने वाली गाड़िया काफी रफ्तार से गुजराती है। हालाकि इस मार्ग मे सबसे ज्यादा शिकार बस्ती के लोग होते है। क्योकि सड़क पार के दौरान किसी गाड़ी के चपेट में आ जाते है।
8, आर डी टाटा गोलचक्कर –यहा गोलचक्कर साकची से टेल्को या बर्मामाईस होते हुए स्टेशन जाना वाली सड़क पर आता है। इस सड़क पर सबसे अधिक दुर्घटना आरडी टाटा हाई स्कूल से लेकर गोलचक्कर के बीच होता है। इस स्थान में दुर्घटना का शिकार होने वाले व्यक्ति शायद ही बच पाते है।
9.आउटर सर्किल रोड(कांतिलाल अस्पताल से गोपाल मैदान के बीच)- यह सड़क बिष्टुपुर बायपास का रोड है इसे लोग आउटर सर्किल रोड की नाम से जाना जाता है। इस सडक का इस्तेमाल टाटानगर स्टेशन या आदित्यपुर होते हुए सरायकेला जाने के लिए करते है। हालाकि मैरिन ड्राईव बन जाने से इस सड़क पर भारी वाहनो का दबाब कम हुआ है लेकिन फिर भी कई भारी वाहन के अलावे शहर से बाहर जाने वाली बसे भी इस सड़क का इस्तेमाल करते है।इस सड़क मे सबसे ज्यादा एक्सीडेंट गोपाल मैंदान ,जमशेदपुर वीमेस कालेज , गुजराती समाज, बेली बोघनवाला गैरेज और कांतिलाल अस्पताल के पास सबसे ज्यादा एक्सीडेंट होता है।
10- गोलमुरी स्थित अग्निशामक कार्यलय – यह स्थान साकची से गोलमुरी जाने के समय आर डीटाटा गोलचक्कर के थोड़ा आगे आता है। यहां पर तीखा धुमावदार मोड़ है इस कारण आने जाने वाली गाड़िया अक्सर टकराती है।
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