जमशेदपुर।
सिख नौजवान सभा, मानगो की ओर से आज शहीदे आजम भगत सिंह की शहादत को समर्पित विषेश र्कीतन दरबार एवं गुरूनानक विद्यालय प्रांगण में भगत सिंह की प्रतिमा में माल्र्यापण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें सबसे पहले गुरूद्वारा साहिब, मानगो में शहीदे आजम की याद में ग्रंथी साहिब द्वारा र्कीतन गायन एवं अरदास कर षहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
उसके बाद सिख नौजवान सभा के प्रधान गुरूविन्दर सिंह सिद्धु, सेन्ट्रल सिख नौजवान सभा के सलाहकार षिरा सिंह एवं सभी सदस्यों के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सभी लोगों के द्वारा विद्यालय प्रांगण में स्थित भगत सिंह की प्रतिमा में माल्र्यापण कर षहीदे आजम भगत सिंह को नमन किया गया। जिसमें गुरूविन्दर सिंह द्वारा भगत सिंह की संक्षिप्त क्रांतिकारी जीवनी पर प्रकाश डाला गया कि किस तरह अंग्रेजों से लोहा लेते हुये अंग्रेजी षासन को भारत से खदेड़ने एवं देष की आजादी के लिये हंसते-हंसते अपने दो साथी सुखदेव एवं राजगुरू के साथ फांसी के फंदे को चुमा था जिसके बाद तो मानो पूरे भारत में एक भू-चाल आ गया था जिसके फलस्वरूप अंग्रेजों को भारत से भागना पड़ा था। ऐसे शहीदों को सिख नौजवाज सभा, मानगो का शत-शत नमन और साथ ही यह भी निवेदन किया गया कि शहीदे आजम भगत सिंह की शहादत दिवस को भारत सरकार राश्ट्रीय अवकाश घोषित करें एवं भगत सिंह की क्रांतिकारी जीवन गाथा को सभी षैक्षणिक संस्थानों में अनिवार्य किया जाय, ’’जिससे हमारी अपने वाली युवा पीढ़ी को एक नई ऊर्जा मिल सके।’’ इसके लिए नौजवान सभा मानगो एक प्रतिनिधि मण्डल जल्दी ही अल्पसंख्यक आयोग एवं उपायुक्त महोदय के माध्यम से एक पत्र भारत सरकार को भेजेगी। कार्यक्रम के दौरान आई हुए सभी संगत की चाय-नाश्ते के द्वारा सेवा की गई। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रधान गुरूविन्दर सिंह के द्वारा अपनी टीम एवं अन्य लोगों का धन्यवाद किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से नौजवान सभा के सरबजीत पनेसर, मनदीप सिंह, जसप्रीत सिंह, अमृत सिंह, जोत सिंह, अरविन्दर सिंह, रवि सिद्धु, हीरा सिंह, मोहित सिंह, मलविन्दर सिंह एवं गगनदीप सिंह आदि उपस्थित थे।
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