जमशेदपुर।
गोंविदपुर स्थित स्टील स्ट्रिप व्हील्स कंपनी में श्रमिकों अधिकारों और नागरिक सुविधाएं मुहैया कराने की माँगें लगातार अनसुनी करने के विरुद्ध आंदोलनरत संस्था भोजपुरी नवचेतना मंच का गुरुवार को आक्रोश फूटा। पूर्व में ही कंपनी गेट के समक्ष प्रेसवार्ता आयोजित कर मंच के प्रांतीय अध्यक्ष अप्पू तिवारी ने घोषणा किया था कि स्टील स्ट्रीप व्हील्स प्रबंधन बर्दाश्त की सीमाओं को तोड़ने पर मज़बूर कर रहा है। इस आशय से भोजपुरी नवचेतना मंच द्वारा गुरुवार को कंपनी गेट के समक्ष एकदिवसीय धरना कार्यक्रम निश्चित किया गया था, किंतु स्थानीय प्रशासन से मिलकर शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने की गुप्त सूचना मिलते ही भोजपुरी नवचेतना मंच के लोगों का गुस्सा फ़ूट गया। आक्रोशित मंच के सदस्यों ने गुरुवार सुबह पाँच बजे ही स्टील स्ट्रिप व्हील्स कंपनी गेट पर धावा बोल दिया। इस दौरान मंच के प्रांतीय अध्यक्ष अप्पू तिवारी के नेतृत्व में लोगों ने श्रमिकों से आग्रह करते हुए कंपनी के भीतर ना जाने की बात कहते हुए गेट के बाहर जम गए। अचानक उत्पाद कार्य बाधित होने से कंपनी प्रबंधन भी भौचक रह गयी। प्रबंधन में अफरा-तफ़री का माहौल मच गया। कंपनी के आला अधिकारी आंदोलनकारियों को वार्ता के लिए बुलाने को तैयार हुए, किंतु प्रदर्शन की अगुआई कर रहें मंच के नेता अप्पू तिवारी ने स्पष्ट कर दिया कि श्रमिकों के स्थायीकरण और नागरिक सुविधाओं के माँग पर कोई समझौता की गुंजाईश नहीं है। अतैव उन्होंने कंपनी प्रबन्धन के वार्ता के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। बाद में प्रबंधन की ओर से कई वरीय पदाधिकारी एवं एचआर हेड सुखबीर सिंह गेट पर पहुँचें और भोजपुरी नवचेतना मंच के नेताओं को आश्वस्त किया कि माँगों पर प्रबंधन विचार कर रही है। इस दौरान कंपनी के मुख्य एचआर आधिकारी महावीर सिंह ने भी दूरभाष पर अप्पू तिवारी से वार्ता कर आश्वासन दिया। बाद में पुनः तीन दिनों का अल्टीमेटम देते हुए सुबह 7:30 बजे गेट जाम प्रदर्शन वापस ले लिया गया। इस दौरान अप्पू तिवारी के नेतृत्व में भोजपुरी नवचेतना मंच से जुड़े लगभग दो सौ लोगों ने गेट जामकर ज़ोरदार प्रदर्शन कर कंपनी प्रबंधन को सकते में डाल दिया। प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर गोविंदपुर थाना प्रभारी भी मौके स्थल पर पहुँचें थे किंतु तबतक प्रदर्शन वापस ले लिया गया था। इस दौरान अप्पू तिवारी ने कहा कि स्टील स्ट्रिप व्हील्स प्रबंधन के संवेदनशून्य रवैये के विरुद्ध चरणबद्ध आंदोलन का आगाज़ हो चुका है। प्रबंधन इसे हल्के में लेने की भूल कतई ना करें, अन्यथा आर्थिक नाकेबंदी करने में भी मंच पीछे नहीं हटेगी। कहा कि श्रमिकों के मौलिक अधिकारों और गोविंदपुर के आम जनता को नागरिक सुविधाएं मिलने तक ज़ोरदार संघर्ष होगा। प्रदर्शन के दौरान भोजपुरी नवचेतना मंच के धनंजय सिंह अरुण पांडेय,रत्नेश सिंह,नीरज दुबे,ऋषव सिंह, सौरभ कुमार, मनीष चौबे, बलबिंद्र सिंह, निशांत मिश्रा, नागेंद्र सिंह, भगवान सिंह, समेत अन्य मौजूद थे।
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