जमशेदपुर।20 जून
आनंद मार्ग स्कूल गदरा लालबिहारी आनंद ने बच्चों एवं अभिभावकों को आसन प्राणायाम एवं योग का अभ्यास करवाया ध्यान के विषय में बताते हुए कहा कि बुद्धिमान मनुष्य शैशव काल से ही ध्यान करें तो ज्यादा अच्छा है क्योंकि मनुष्य का शरीर दुर्लभ है उससे भी अधिक दुर्लभ है वह जीवन साधना करने के द्वारा सार्थक हुआ है हर कर्म उचित समय पर करना चाहिए उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आषाढ़ के महीने में धान की रोपनी होनी चाहिए और अगहन मैं कटनी कोई अगर अगहन में रो पनी करे तो मुश्किल हो जाएगा काम नहीं होगा ठीक वैसे ही कोई मनुष्य अगर सोचे कि बुढ़ापे में ध्यान करें साधना करेंगे या बहुत ही बड़ी भूल होगी बुढ़ापा हर मनुष्य के जीवन में नहीं आएगा यह भी हो सकता है कि कल का सूर्योदय हर जीवन में ना हो इसलिए कोई भी काम कल के लिए नहीं छोड़ना चाहिए जो कुछ भी अच्छा काम करने की इच्छा होती है तुरंत कर लेना चाहिए मनुष्य में थोड़ा बहुत ज्ञान थोड़ी बहुत बुद्धि का उदय होता है चार पांच साल की उम्र में ही सही साधना मार्ग में आ जाना चाहिए ध्यान के विषय में बताते हुए उन्होंने कहा कि ध्यान करने से मनुष्य का आत्मविश्वास बढ़ता है एवं जो डिप्रेशन के शिकार लोग हैं उनके लिए यह बहुत बड़ी चिकित्सा है
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