जमशेदपुर* विजय सिंह
कैंसर एक गंभीर बीमारी है .साधारण शब्दों में कणों यानि कोशिकाओं की अनियमित बढ़ोतरी को कैंसर कहा जाता है.आम तौर पर हमारे शरीर में कण एक निश्चित जीवन चक्र के अनुसार काम करते हैं .पुराने कण नष्ट होते जाते हैं और नए कण स्वतः अपना स्थान ग्रहण कर लेते हैं.यह स्वतः प्रक्रिया है.कभी कभी यह प्रक्रिया बेतरतीब हो जाती है और आश्चर्य जनक तरीके से कोशिकाओं में गुणात्मक वृद्धि होने लगती है जो अंततः एक ट्यूमर के रूप में विकसित हो जाती है.
जमशेदपुर के मेहरबाई टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के कैंसर विशेषज्ञ डॉ.नसीफ अख्तर खान बताते हैं कि कैंसर के कई प्रकार हैं परन्तु भारतीय परिप्रेक्ष्य में आमतौर पर सिर,नाक,मुख,स्तन और गर्भाशय का कैंसर काफी पाया जाता है.
डॉ नसीफ कहते हैं कि मुख का कैंसर आज की बड़ी समस्या है क्योंकि युवा वर्ग तम्बाकू उत्पाद के सेवन का आदी बन चुका है. नशे की लत इस कदर हावी हो चुकी है कि अच्छे बुरे का ज्ञान ही नहीं रहा.कैंसर के कारण होने वाली मौतों में मुहं के कैंसर की वजह सबसे आम है.
डॉ नसीफ बताते हैं कि मुहं के कैंसर के कारणों में सबसे प्रमुख कारण तम्बाकू सेवन,अधिक मात्रा में बीड़ी सिगरेट पीना,तथा गुटका ,पान -मसाला का निरंतर प्रयोग है.मुहं की ठीक ढंग से सफाई नहीं करना भी प्रमुख कारण है.
भारत में लोग मुह की सफाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देते .प्रत्येक व्यक्ति को अपने मुहं के अंदर की सफाई पूरे ध्यान से करनी चाहिए.मुहं के भीतर किसी तरह के छाले,घाव,दाग या धब्बे हों तो तुरंत किसी सक्षम डॉक्टर से उचित सलाह और चिकित्सा करवानी चाहिए.आपकी जरा सी लापरवाही जानलेवा हो सकती है.ध्यान रहे कि यदि समय पर कैंसर का इलाज न किया गया तो यह शरीर में फैलकर विकराल रूप ले लेता है.मुहं के कैंसर के कण कभी कभी रक्त वाहिनियों ,शिराओं से फ़ैल कर फेफड़े तथा अन्य अंगों को भी रोगग्रस्त कर देते है.
डॉक्टर खान के मुताबिक मुहं का कैंसर पूरे मुहं में कहीं भी हो सकता है.सबसे अधिक प्रभावित गाल और मसूड़े होते हैं ,जो तम्बाकू सेवन के दौरान सबसे ज्यादा संपर्क में आते हैं.रोगी के मुहं में एक घाव हो जाता है ,जो बढ़ता ही जाता है.इसलिए ऐसे किसी लक्षण के दिखायी देने पर अविलम्ब डॉक्टर से संपर्क कर उचित चिकित्सा करनी चाहिए.
ध्यान रहे कि गाल का कैंसर गाल में छेद भी कर सकता है.अतः सबसे अहम है – मुहं की सफाई ,इसमें कोई कोताही न बरतें.तम्बाकू,पान ,गुटका ,मसाला का सेवन बिलकुल नहीं करें.
Comments are closed.