जमशेदपुर। टाटा समूह ने आज टाटा सोशल एंटरप्राइज चैलेंज 2015-16 की शुरूआत की घोषणा की। यह इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेंट कलकत्ता (आईआईएम-सी) के साथ टाटा समूह की संयुक्त पहल है, जिसका मकसद भारत में सर्वाधिक संभावना वाले शुरूआती अवस्था के सामाजिक उद्यमों को तलाशना है। इस चुनौती के तहत सामाजिक उद्यमशीलता के लिए पारिस्थिति की सृजित करना और स्थायित्व को प्रोत्साहित करने के साथ ही सामाजिक प्रभाव को आकलन का प्रयास करना है। प्रभाव प्रस्ताव (कारोबारी योजना) को आॅनलाइन जमा कराने की अंतिम तिथि
7 अक्टूबर, 2015 बुधवार है। चैलेंज के तहत आम लोगों को भी इस पहल की वेबसाइट के जरिए ऐसे सामाजिक एंटरप्राइजेज को नामित करने के लिए आमंत्रित किया गया, जिनके बारे में वे समझते हैं कि संबंधित उद्यम पात्रता मानदंड के उपयुक्त है।
टीमें जो शुरूआती अवस्था वाला उद्यम हों (3 साल से ज्यादा पुराना नहीं) या जिनके पास आषावादी विचार के साथ सटीक योजना हो और जो भारत में टिकाऊ सामाजिक प्रभाव ला सकती हों, वह अपनी कारोबारी योजनाओं को आॅनलाइन जमा करा सकती हैं। कृषि, फूड एवं डेयरी, हेल्थकेयर, जल एवं स्वच्छता, प्रौद्योगिकी विकास, शिक्षा एवं कौशल विकास, आवास, हथकरघा, ऊर्जा और माइक्रोफाइनैंस/वित्तीय समावेशन जैसे क्षेत्रों से जुड़े प्रभाव प्रस्ताव (विस्तृत कारोबारी योजनाएं) आमंत्रित किए गए हैं। उद्यमों का फैसला तीन मानदंडों -कारोबारी माॅडल, सामाजिक प्रभाव और स्थायित्व के आधार पर किया जाएगा।
इस संबंध में टाटा सर्विसेज के उपाध्यक्ष, काॅरपोरेट अफेयर्स अतुल अग्रवाल ने कहा कि टाटा सोशल एंटरप्राइज चैलेंज के चैथे संस्करण की शुरूआत करते हुए हमें खुशी हो रही है, जो यह सामाजिक उद्यमशीलता के क्षेत्र में एक अनूठी पहल बन गया है। अपने विविध प्लेटफाॅम्र्स – क्षेत्रीय सेमिनारों, राउंडटेबल्स और आॅनलाइन संसाधनों के जरिए इस पहल का मकसद समाज को वापस लौटाने के लोकाचार को प्रोत्साहित करना है। उत्साहजनक प्रतिक्रिया ने हमें उद्यमशील मस्तिष्क को सकारात्मक सामाजिक प्रभाव लाने की उनकी यात्रा को प्रोत्साहित करने में इस पहल को लागतार विस्तारित करने के लिए प्रेरित किया है।’’
आईआईएम कलकत्ता इनोवेश पार्क के निदेशक प्रो. अशोक बनर्जी ने कहा कि टाटा सोशल इंटरप्राइज चैलेंज के पिछले तीनों संस्करणों को उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली थी। यह हमारे समाज की समस्याओं के इनोवेटिव समाधानों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। चैलेंज के जरिए सर्वाधिक होनहार सामाजिक उद्यमों की भी पहचान की जाएगी और उन्हें आईआईएम कलकत्ता इनोवेशन पार्क के इनक्यूबेशन सुविधाओं का लाभ उठाने का भी मौका मिलेगा।
