जमशेदपुर।
टाटा मोर्टस कंपनी मे काम के दौरान कर्मचारी के मौत के बाद मृतक के परिजनो के मुआवजा की मांग को लेकर स्थानिय ग्रामीणो को लेकर टाटा मोर्टस अस्पताल मे जमकर हंगामा किया । इस दौरान सभी लोग अस्पताल के गेट मे घरने मे बैठ गए । जिसकी वजह से अस्पताल मे इलाज कराने आए लोगो की काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ा। इस दौरान अस्पताल के पोटका के विधायक मेनका सरदार भी फंसी रही।
बताया जाता है कि टाटा मोर्टस प्लांट के अंदर कार्य के दौरान एस के सिह की बीती रात मौत हो गई । इस बात की जानकारी ज्योही मृतक के परिजनो को हुई तो वे स्थानिय ग्रामीणो के साथ टाटा मोर्टस के अस्पताल पहुंत गए. और टाटा मोर्टस प्रबंधन को इसके लिए जिम्मेदारी ठहराने लगे । इस दौरान प्रंबधने के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गेट पर घरना में बैठ गए। लोगो का कहना है कि मृतक के परिजनो को उचित मुआवजा दिया जाए।
वही अपने बेटी का ईलाज करानी आई पोटका विधायक मेनका सरदार से इस दौरान अस्पताल पहुंची तो वे भी इस हंगामा मे फंस गई. उस दौरान जब विधायक से बात किया गया तो उसने तो उस वक्त कहा कि वे अपनी बेटी का ईलाज कराने आई है. जब बाहर निकली तो संवाददाता ने उससे पुछा तो उस वक्त अपने बयान को बदलते हुए कहा कि मृतक के परिजनो को मुआवजा को दिलाने के लिए आई हु. .जबकि मुआवजा के लिए टाटा मोर्टस के प्रबंधन के द्वारा वार्ता में विधायक मेनका सरदार को शामील नही किया गया था।
हंगामा के दौरान पहुंची मजिस्ट्रेड अनिता केरकेट्टा ने कहा इनकी मांगो को प्रबंधन को बता दिया गया है। प्रबंधन ने अश्वसान दिया है कि जल्द से जल्द इनकी मांगो को पुरा कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि टाटा मोर्टस कंपनी के अंदर काम के दौरान एस के सिह की हार्ट अटैक से मौत हो गई

