जमशेदपुर-टांगराइन म0वि0 में स्वच्छ्ता कार्यशाला का हुआ आयोजन, बाल संसद एवम बच्चे विद्यालय को स्वच्छ बनाने में निभाएंगे महत्वपूर्ण भूमिका

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टांगराईन, पोटका, जमशेदपुर : स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2018 हेतु उत्क्रमित मध्य विद्यालय, टांगराईन के ऑवरआल केटेगरी में जिला स्तर पर चयन किये जाने पर विद्यालय परिवार में खासा उत्साह देखा जा रहा है। बताते चले की गणतंत्र दिवस के मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री अरविंद तिवारी को जमशेदपुर में आयोजित समारोह में माननीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री, झारखण्ड सरकार श्री सरयु राय जी ने सम्मनित किया था।

विद्यालय में स्वच्छ्ता मानकों को सुनिश्चित करने एवम छात्र-छात्राओं को प्रौत्साहित करने हेतु अनोखे प्रयासों के माध्यम से लगातार प्रयास किया जाता रहा है। इसी तर्ज पर विद्यालय के बच्चों में स्वच्छता जागरूकता हेतु स्वच्छ्ता कार्यशाला आयोजित की गयी। स्वच्छ्ता कार्यशाला के दौरान बाल संसद के बच्चों समेत विद्यार्थियों को विद्यालय के स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार में नामित होने के मायने, विद्यालय एवम गांव को स्वच्छ बनाने में बच्चों की भूमिका, शौचालय के उपयोग, हाथ सफाई की अच्छी आदत ध्यान, कूड़ेदान का उपयोग करने, माहवारी स्वच्छ्ता सहित ध्यान रखे जाने वाले अहम मुद्दों पर सामाजिक कार्यकर्त्ता तरुण कुमार ने बतौर रिसोर्स पर्सन विस्तार से जानकारियां दी।

निरोग रहने के लिए सभी का शौचालय उपयोग करना बेहद जरुरी, गांव को खुले में शौच मुक्त बनाने में बच्चे निभा सकते है बड़ी भूमिका
विद्यालय एवम गांव की स्वच्छता में शौचालय का उपयोग बेहद आवश्यक है। विद्यालयों में शौचालय की व्यवस्था ना होने से कई बालिकाएं स्कुल आना ही छोड़ देती थी। बच्चों की इस समस्या को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2014 में लालकिले से ऐलान करते हुए देश के सभी विद्यालयों में बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था करने का लक्ष्य रखा था। अब विद्यालय में शौचालय की व्यवस्था हो चुकी है, तो इसे उपयोग करना, इसे साफ़ सुथरा रखना हम सभी की जिम्मेवारी है। शौचालय का उपयोग कर कई बिमारीयो से बचा जा सकता है। मौके पर बच्चों को अपने घरों में भी अनिवार्य रूप से शौचालय बनवाने हेतु अपने अभिभावकों को प्रेरित करने पर भी विचार किया गया, जिससे विद्यालय के साथ-साथ गांव को भी स्वच्छ बनाया जा सकेगा।

टांगराइन विद्यालय में साबुन बैंक बनाकर बच्चे करेंगे साथी सहपाठियों को हाथ-धुलाई की अच्छी आदत अपनाने केे लिए प्रेरित
हाथ धुलाई की अच्छी आदत अपनाकर ज्यादातर सामान्य बिमारियों से बचा जा सकता है। कार्यशाला के दौरान बच्चों को शौच के बाद एवम खाने से पहले आवश्यक रूप से साबुन से हाथ धुलाई करने की आदत बनाने के लिए प्रेरित किया गया। विद्यालय के सभी बच्चों को हाथ-धुलाई के लिए प्रेरित करने हेतु बाल संसद के बच्चों ने साबुन बैंक बनाकर प्रौत्साहित करने की योजना बनाई। बच्चों को बताया गया कि स्वच्छ्ता पर किया गया मामूली सा खर्च हमें बिमारीयों से होने वाले हज़ारों रुपये के नुकसान से बचाता है। बच्चों को अपने अभिभावकों को भी स्वच्छ्ता का महत्त्व से जागरूक करने को प्रौत्साहित किया गया।

कूड़ेदान का उपयोग कर विद्यालय को बनाए स्वच्छ
टांगराइन विद्यालय परिसर को स्वच्छ बनाये रखने हेतु कूड़ेदान की व्यवस्था की गयी है। कूड़े को हमेशा कूड़ेदान में ही डालना चाहिए, यह आदत विद्यालय परिसर के साथ-साथ समुदाय को भी स्वच्छ बनाने हेतु आवश्यक है। कूड़ेदान का उपयोग कर अपने सहपाठियों के समक्ष प्रेरणा बनने हेतु बच्चों को प्रौत्साहित किया गया।

स्वच्छ्ता कार्यशाला के दौरान बच्चों से सम्बंधित अन्य जरूरी विषयों पर भी विस्तार से चर्चा कर खुद के सपनो को गढ़ने एवम समाज की कुरीतियों को मिटाने में बच्चों की भागीदारी पर चर्चा की गयी। इस दौरान बच्चों को विद्यालय एवम गाँव में उपलब्ध संसाधनों को बारीकी से अवलोकन करने एवम विद्यालय को स्वच्छ बनाने हेतु खुद के स्तर पर प्रयास करने के साथ-साथ विद्यालय प्रबंधन समिति व शिक्षकों को बेहिचक सुझाव देने के लिए प्रौत्साहित किया गया।

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