जमशेदपुर।
अगर आप ट्रेन मे अपने बच्चो के साथ यात्रा कर रहे है तो आप हो जाए सावधान क्योंकि अब ट्रेने मे चोरो की नजर आपके सामानो पर नही आपके बच्चे पर भी है। आपका ध्यान जरा भटका वह आपके बच्चे को लेकर ट्रेन से उतर सकते है। जी हा एक ऐसा ही मामला टाटानगर स्टेशन मे सामने आया है। ट्रेन से यात्रा करते से एक अपराधी ने उसकी बेटी को लेकर भागने की कोशीश की लेकिन बच्ची की पिता के सजगता और अन्य यात्रियो के साथ साथ ट्रेन मे चल रहे रेल सुरक्षा बल के जवानो के सहयोग से उस बच्ची को बचा लिया गया । वही घटना बोकारो स्टेशन के पास की है तो टाटानगर रेल पुलिस ने उसे बोकारो भेज दिया है।
इस सर्दभ मे रेल एस पी मोहम्मद अर्शी ने बताया कि 9 मई को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के मउ के रहने वाले केशव प्रसाद अपनी पत्नी ममता और चार वर्षीय पुत्री गुलशन के साथ कानपुर से ओड़ीसा के खुर्दारोड स्टेशन पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के समान्य कोच मे यात्रा कर रहे थे। आरोपी युवक गया स्टेशन से ट्रेन के उसी बोगी में सवार हुआ था। बोगी में काफी भीड़ थी। केशव प्रसाद उनकी पत्नी बोगी के फर्श पर सोए हुए थे। पिता ने अपनी बच्ची को गोद में सोला रखा था। आरोपी मौका देखकर कब बगल में आकर बैठ गया उन्हें पता ही नहीं चला। ट्रेन बोकारो के पास पहुची थी, कि उन्हें अहसास हुआ कि बच्ची कोई उनके गोद से हटा रहा है। आंख खुली तो देखा कि आरोपी उनकी बेटी को कंधे में लेकर दरवाजे की ओर बढ़ रहा है। लड़की के पिता के द्वारा शोर मचाने पर ट्रेन मे बैठे अन्य यात्रियो की मदद से उसे पकड़ लिया गया और उसकी जमकर पिटाई की गई। तब तक ट्रेन बोकारो से खुल चुकी थी। चांडिल स्टेशन जीआरपी के जवान चढ़े अौर युवक को अपने हिरासत में ले लिया। मंगलवार रात 10.30 बजे के बाद ट्रेन टाटानगर पहुंची तो उसे थाना के हवाले कर दिया। उन्होने कहा कि पुछताछ मे आरोपी युवक ने अपना नाम शत्रुधन कुमार चन्द्रवंशी बताया और वह अपने को गया के गुड़ारु का रहने वाला बताया। उन्होने कहा कि यात्रियो के सहयोग से चलती ट्रेन से बच्ची चोरी होने से बच गई। उन्होने कहा कि मामला बोकारो स्टेशन का है इसलिए उस अपराधी को बौकारो भेज दिया गया है।
खुर्दा अपने ससुराल जा रहे केशव प्रसाद को बुधवार को जीआरपी ने दूसरी ट्रेन भेजवाया। सुबह खाने की व्यवस्था भी पुलिस वालों ने की।
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