प्रशासन ने निचले इलाको मे रहनेवाले लोगो को सुरक्षित स्थान जाने को कहा
जमशेदपुर।
पिछले दो दिनो से लगातार हो रही बारिश के कारण खरखाई और स्वर्ण रेखा नदी का जलस्तर बढ गया है।वही लगातार दो दिनो हो रहे बारिश के कारण बरसात का पानी कई घरो घुस गया है। जबकि नदी का जलस्तर को बढ़ते देख जिला प्रशासन ने निचले इलाको मे रहनेवाले लोगो को सुरक्षित स्थान जाने को कहा है।
इस सदर्भ मे जिला के एडीसी सुनील कुमार ने बताया कि खरखाई नदी का जलस्तर डेंजर ज़ॉन पार गया है। जबकि स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर डेजंर जॉन के करीब है।उन्होने कहा कि बागबेड़ा के कई क्षेत्र और मानगो के कई क्षेत्रो मे बारिश का पानी घुसने की सुचना हैं.हालाकि जान माल को कोई नही हानी नही हुई है। उन्होने कहा कि खरखाई नदी का जलस्तऱ 129 मीटर के बाद नीचे रहने पर समान्य माना जाता है लेकिन फिलहाल जलस्तर 129.80 मीटर तक पहुँच चुका है ।और धीरे धीरे बढ रहा हैं। उन्होने कहा कि नदी का जलस्तर को बढते देख जिला प्रशासन ने नदी के निचले इलाको को शास्त्रीनगर,रामदास भट्टा ,और बागबेडा.के लोगो को सुरक्षित स्थान जाने का आदेश दे दिया हैं।
बागबेड़ा के सुबोध कुमार झा ने बताया कि बागबेडा के बस्तियों में भारी बारिश के कारण 600 से उपर मकान बाढ़ के चपेट में आई प्रमुख बस्तियों में बागबेडा नया बस्ति, शिद्धुकानु बस्ती, सी पी टोला, शिव नगर, गणेश नगर, रिभर भीयुव कालोनी, वरौदा घाट निचलाभाग, हरहरगुटु आम्बेडकर नगर, बागबेडा काँलोनी रोड नंबर 6,पार्वती नगर, मिथिला काँलोनी, भुवनेश्वर नगर,बाबा कुट्टी, के निचले हिस्से में बाढ़ का पानी करीब 600 घरों में घुस गए हैं। प्रातः तीन बजे सुलुस गेट बंद होने के बाद बागबेडा क्षेत्र के बस्तियों में बाढ़ का पानी घुस गया। सुबोध कुमार झा ने जिला प्रशासन से स्लूसगेट खोल की बात कर समाधान करने और समिति सदस्य के साथ पुरे क्षेत्रों का भ्रमण किया।
गौरतलब है कि रविवार की रात जमशेदपुर और इसके आस पास इलाको मे आई तेज-आंधी पानी से कई पेड़ और बिंजली के खंभे उखाड़ गए थे।इस दौरान पेड़ के चपेट मे आने से एक 8 माह की बच्ची भी मौत हो गई थी। और एक महिला और एक लड़का घायल हो गया था।जिसका इलाज है टी एम एच मे चल रहा हैं।जहां दोनो की हालत गंभीर बताई जा रही हैं।
Comments are closed.