● भोजपुरी नवचेतना मंच के होली मिलन समारोह में दिखी भाषाई संस्कृति की झलक
● गाये राजनितिक व्यंग के जोगीरा..
● भोजपुरी भाषा के अधिकार को चलाये जायेंगे अभियान
जमशेदपुर।
भोजपुरी नवचेतना मंच के द्वारा गोलमुरी के जॉगर्स पार्क में होली से पूर्व मिलन समारोह का आयोजन ” फगुआ दंगल सह भोजपुरिया पहचान ” कार्यक्रम के रूप में बुधवार देर शाम आयोजित हुई जिसमें शहर के विभिन्न राजनीतिक,सामाजिक,आर्थिक गतिविधियों आधारित संगठनों के सम्मानित जनों ने शिरकत कर फगुआ का आनंद उठाया। इस दौरान हज़ारों लोगों ने जमकर अबीर-ग़ुलाल उड़ाए और बिहार निवासी भोजपुरी सिने जगत के उदीयमान पार्श्व गायक अंकुश और राजा के होली गीतों पर जमकर ठुमके भी लगाए। अंकुश-राजा ने कार्यक्रम में शुरुआत देवी गीत “तारा चंडी मईया के महिमा अपार बा …” से शुरुआत की । इसके पश्चात ‘ छोड़ के आईं सइयाँ जी शाहरवा… ‘ और अपने लोकप्रिय गाना “हमरा घरे हरदिया नईखे, दरदिया दिहले बलमुआ…. गाकर ज़ोरदार समां बाँध होली गीतों पर लोगों को झुमाया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्कृति पूर्वक दीप प्रज्ज्वलन एवं संगीत-स्वर की अधिष्ठात्री देवी वीणावादिनी की वंदना से की गयी। जिसके बाद बिहार-झारखंड की राजनीती पर हास्य-व्यंग्य करते हुए गायकों ने अनेकों जोगीरा सुनाए।
● आयोजन को संबोधित करते हुए मंच के मुख्य संरक्षक चन्द्रगुप्त सिंह ने कहा कि भोजपुरी भाषा की अपनी ही मिठास है जिससे हर कोई प्रभावित हैं। देश के अन्य प्रांतों में भी जहाँ लोग भोजपुरी बोल नहीं सकते हैं, वे भी भोजपुरी गीतों पर झूमने से खुद को नहीं रोक पातें। मंच के संरक्षक रजनीश सिंह ने कहा कि भोजपुरी भाषा को उचित अधिकार और मान्यता मिले इस दिशा में संगठित प्रयास और जनांदोलन की आवश्यकता है। उन्होंने विभिन्न दलों और भोजपुरी भाषी संस्थाओं को एक मंच पर आने का आह्वाहन किया। इस दौरान भोजपुरी नवचेतना मंच के प्रांतीय अध्यक्ष अप्पू तिवारी ने भोजपुरी भाषा के प्रति लोगों में जुड़ाव लाने की दिशा में जनअभियान चलाने की घोषणा की । कहा “भाषा आपन माटी के सीखीं, भोजपुरी पढ़ीं आ भोजपुरिये लिखीं ” के नारे के संग मंच के सदस्य शहर के अन्य भोजपुरी भाषी संगठनों का साथ ले घर-घर जाकर अभियान चलाएंगे। कार्यक्रम के दौरान सभी उम्र के लोगों ने जमकर अबीर-गुलाल और फ़ूल उड़ाए और होली की शुभकामनायें दी। कार्यक्रम का संचालन मंच के क्षेत्रीय संगठन प्रभारी अंकित आनंद ने किया। कार्यक्रम में सभी सम्मानित अतिथियों का भोजपुरी संस्कृति के प्रतीक स्वरुप गमछा भेंटकर स्वागत किया गया। भोजपुरी साहित्य जगत से अरविंद विद्रोही,यमुना तिवारी ‘व्यथित’, यमुना तिवारी ‘हर्षित’, दिलीप ओझा, कांग्रेस नेता राकेश्वर पांडेय,अशोक चौधरी, विजय खां, एलबी सिंह, बार असोसिएशन के अनिल तिवारी, संजीव श्रीवास्तव,ज्योतिष यादव, भाजपा नेता दिनेश कुमार, भूपेंद्र सिंह, गुंजन यादव,कमलेश साहू,विकास सिंह,कमलेश सिंह, झाविमो नेता बबुआ सिंह,बंटी सिंह, आजसू नेता कन्हैया सिंह, कमलेश दुबे,भोजपुरी विकास मंच के प्रदीप सिंह,उमेश पांडेय के अलावे अन्य गणमान्य मौजूद रहें। कार्यक्रम के सफ़ल आयोजन में मंच के क्षेत्रीय संगठन प्रभारी अंकित आनंद, कार्यक्रारी ज़िलाध्यक्ष उमाशंकर सिंह,मनीष दुबे,रिषभ सिंह,अभिषेक ओझा,राजकुमार पांडेय,रवि सिंह,कुमार सौरव,ऋषि पांडेय,विशु सिंह,रंजीत, पांडेय,धर्मवीर कुमार,गौरव कुशवाहा,विनीत मिश्रा,अरुण शुक्ला,सतीश तिवारी,अभय पांडेय समेत अन्य का सराहनीय योगदान रहा।