जमशेदपुर।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के मानसून के दौरान ( 10 जून से 15अक्टूबर तक ) बालू खनन एवं उठाव पर रोक लगाने संबंधित आदेशों से शहर के बालू माफ़िया बेअसर हैं। संबंधित थाना क्षेत्रों के थानाध्यक्ष के संज्ञान में होने के बावजूद नदियों से बालू के अवैध खनन और उठाव पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा। उक्त आरोप लगाते हुए शनिवार सुबह भाजपा के जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने जिला उपायुक्त अमित कुमार समेत जिला खनन पदाधिकारी वेंकटेश प्रसाद सिंह से दूरभाष एवं व्हाट्सएप्प के माध्यम से की। शिकायत में कहा गया कि बिरसानगर थानांतर्गत हुरलुंग घाट,गोविंदपुर थाना अंतर्गत नदी से सटे इलाकों में बालू माफ़िया द्वारा खनन और उठाव कार्य ज़ोरों पर है। पुलिस को सूचना होने के बाबजूद कार्यवाई नहीं होती। कहा कि कुछ वेलफेयर ट्रस्ट और सोसाइटी, सामाजिक संस्थाओं के नाम तो कुछ निज़ी बालू ठेकेदार और स्थानीय थाना के अधिकारियों के गठबंधन से अवैध खनन कार्य ज़ोरों पर है और एनजीटी के आदेशों की अवहेलना हो रही है। संबंधित शिकायत पर उपायुक्त की ओर से कोई प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो सकी, किंतु जिला खनन पदाधिकारी ने स्वयं क्षेत्रों में अवैध खनन की बातें स्वीकारी। कहा कि लिखित आदेशों के बावजूद स्थानीय प्रशासन गंभीर नहीं है। यह चिंतापूर्ण है। उन्होंने कहा कि वे फ़िलहाल विभागीय कार्यों की वजह से राँची में हैं। मंगलवार को लौटने की डीसी-एसएसपी से मिलकर इन बालू घाटों को सील करने की रणनीति तैयार होगी। भाजपा जिला प्रवक्ता ने इस बात पर भी सवाल उठाए की जहाँ एनजीटी के रोक के कारण जिले में कई विकास कार्य कुछ समय के लिए रुके हुए हैं, वैसे में बिरसानगर थाने में निर्माण कार्य पिछले डेढ़ महीने से अनावरत जारी है। कहा कि इसकी जाँच होनी चाहिए। ऐसा संभव हो सकता है कि हुरलुंग बालू घाट से सीधे बालू व्यवसाई थाना के निर्माण कार्य में बालू आपुर्ति कर सहयोग कर रहे हों। कहा कि बुधवार तक यदि बालू उठाव पर पूर्णतः रोक नहीं लगती है, तो एनजीटी को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा। बताया कि यह सरकारी आदेशों की स्पष्ट अवहेलना है। ऐसे में संबंधित थाना क्षेत्र के अधिकारियों और बालू माफियाओं के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा उतपन्न करने की प्राथमिकी दर्ज़ होनी चाहिए।
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