पहले चरण में पारडीह से बहरागोड़ा तक प्रमुख ढाबों में लगाये जा रहे हैं भावुक अपील वाले सन्देश युक्त फ्लेक्स
हो रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए मानवीय प्रयास के रूप में डिप्टी कलेक्टर की पहल
जमशेदपुर। मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय के उप समाहर्ता संजय कुमार ने सामाजिक- प्रशासनिक सहयोग से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 33 के किनारे अवस्थित लाइन होटलों एवं प्रमुख ढाबों पर सड़क सुरक्षा के प्रति वाहन चालकों से भावुक अपील करने वाले फ्लेक्स लगवाने का कार्य शुरू किया है। आज पारडीह क्षेत्र के कुछ लाइन होटलों से यह पहल आरम्भ करने के दौरान उनके साथ यातायात उपाधीक्षक श्री विवेकानंद ठाकुर भी मौजूद थे। पारडीह स्थित ममता होटल से शुरू करते हुए आज कुल 5 ढाबों पर फ्लेक्स लगाए गए। एक सप्ताह के अंदर बहरागोड़ा तक सभी लाइन होटलों में लगाने की योजना है।
उद्देश्य
संजय कुमार ने कहा कि आये दिन एनएच पर भीषण दुर्घटनाओं के समाचार आते हैं , यदि विश्लेषण किया जाये तो प्रायः अधिकांश मामलों में चालक की लापरवाही या यातायात नियमों के उल्लंघन के चलते ही दुर्घटना होती है , विरले मामले ही ऐसे होते हैं जहाँ चालक की गलती की बजाय तकनीकी खामी ( जैसे ब्रेक फेल आदि ) के कारण दुर्घटना हुई हो। चालक का नशे या नींद में होना, सीमा से अधिक गति , मोड़ पर ओवरटेक या मानवीय लापरवाही की बजह से बड़े एक्सीडेंट होते हैं। इसलिए वाहन चालकों को नियंत्रित गति अपनाने एवं यातायात नियमों के अनुरूप ड्राइविंग के लिए इस तरह भावनात्मक रूप से प्रेरित किये जाने से अच्छे परिणाम आ सकते हैं।
लाइन होटल या ढाबा ही क्यों
राजमार्ग पर लम्बी दूरी चलने वाले वाहनों जैसे ट्रक , बस , कार ( जिनकी दुर्घटना दर सर्वाधिक है ) आदि के चालक हाइवे पर स्थित किसी न किसी लाइन होटल पर जलपान या विश्राम के लिए जरूर रुकते हैं। इस विश्राम के दौरान ढाबा के अंदर लगे इस भावुक अपील एवं सन्देश वाले फ्लेक्स पर उनकी जरूर नज़र पड़ेगी, फलस्वरूप उसका तात्कालिक प्रभाव कुछ न कुछ हद तक जरूर पड़ेगा।
संजय कुमार ने बताया कि आज के फ्लेक्स लगवाने के क्रम में होटल और ढाबा वालों के साथ साथ स्थानीय लोगों का बहुत ही सकारात्मक सहयोग मिला। अभी यह कार्य जमशेदपुर से बहरागोडा तक की दूरी में अवस्थित प्रमुख लाइन होटलों एवं ढ़ाबाओं में लक्ष्यित है। यदि इसका परिणाम अच्छा रहा तो जमशेदपुर से रांची मार्ग पर भी इसी तरह का प्रयास किया जायेगा। आज के प्रयास में अमिताभ चटर्जी एवं तरुण कुमार की सहयोगी भूमिका रही।