जमशेदपुर।
मांझी टोला रैन बसेरा में 3 घंटे का अष्टाक्षरी सिद्ध महामंत्र ” बाबा नाम केवलम ” का गायन कर वातावरण को मधुमय बना दिया।
लालबिहारी आनंद ने कहा की “जब प्रेम और आकर्षण इतना गहरा होता है की दो व्यक्ति एक प्राण और दो शरीर जैसे हो जाते हैं, तो उन्हें सखा कहा जाता है । भक्त परम पुरुष के सखा हैं क्योंकि भक्त अपने अस्तित्व को परम पुरुष से अभिन्न मानते हैं ।वे यह भूल जाते हैं कि वह और परमपुरुष अलग सताऐ हैं ।इसलिए (इस दृष्टि से) भक्त परम पुरुष के सखा हैं और परम पुरुष भक्त के ।
इस कार्यक्रम में मुख्य रुप से पी एन राय आशा दीदी दीदी शिवकुमार जी इंदू देवी पुष्पा देवी अरुण जी गौतम जी विजय जी सुधीर सिंह भुक्ति प्रधान योगेश जी सीताराम जी सुनील सिंह सुनील आनंद केदार जी भगवान जी तथा अन्य लोगों ने भी भाग लिया
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