जमशेदपुरः बर्मामाइंस थाना अंतर्गत माल गोदाम के मजदूरों ने बकाया वेतन मांगा तो मालगोदाम में काम करनेवाले ठीकेदार के मुंशी संतोष ने दो मजदूरों अशोक मुखी व बिनोद सिंह को जम कर पिटाई कर दी. इसके बाद घायल मजदूरों को साकची स्थित एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद छोड़ दिया गया. इस बीच यहां सैकड़ों मजदूर इकट्ठा हो कर माल गोदाम के ठीकेदार बबलू महाराज तथा उसका पेटी ठीकेदार कमलेश दुबे के खिलाफ गोलबंद हो कर बर्मामाइंस थाना गये. इसका नेतृत्व झामुमो नेता महावीर मुर्मु, मन्नवर हुसैन व मो चीकू ने किया. समाचार लिखे जाने तक वार्ता चल रही है. इस बीच एमजीएम परिसर में जम कर हंगामा हुआ व नारेबाजी हुई. किसी प्रकार मजदूरों को शांत कराया गया. स्थिति गंभीर होते देख पुलिसवाले भी वहां पहुंच गये थे. बर्मामाइंस थाना पुलिस एक एसआइ नेपाली सिंह भी पुरी टीम के साथ पहुंच गये थे. हालांकि यह मामला पुरी तरह से आरपीएफ का था. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद स्थिति नियंत्रित किया और सबको वार्ता के लिए बर्मामाइंस ले गये.


मजदूरों ने बताया कि उक्त ठीकेदार पास डेढ़ हजार मजदूर कार्यरत हैं, जिनका कि मजदूरों का विगत 2012 दस लाख रुपये बकाया है. पैसा मांगने पर कुछ पैसा तो दे देता है, लेकिन पूरी राशि कभी भी नहीं देता. जब बकाया की मांग करते हैं, तो ठीकेदार कहता है कि नेतागिरी करते हो, ठीक से रहो. इसी तरह जब बुधवार को बकाया पैसा मांगा, तो ठीकेदार के मुंशी ने मारपिटाई कर दी. मजदूरों का कहना था कि जब तक संतोष, मनोज व कमलेश दुबे की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक माल का उठाव नहीं होने दिया जायेगा.
यह मामला आरपीएफ का हैः एसआइ
बर्मामाइंस के सब इंस्पेक्टर नेपाली सिंह ने बताया कि यह मामला आरपीएफ का है. उन्हें सूचना मिली, तो वे एमजीएम आ गये हैं. बयान ले लिया गया है, उसे आरपीएफ को भेज दिया जायेगा. दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा.