चतरा-मलेशिया में आठ सालों से फंसे जेहल की हुई वतन वापसी

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चतरा सरिया)।

विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के खरना गांव के जेहल महतो की मलेशिया से रविवार सुबह को घर वापसी हुई ।इसके लिए उन्हें कई कागजी प्रक्रिया पूरी करने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पडा है।2009 में जेहल महतो के साथ मलेशिया गये उसके 17 साथियो में से 16 की वापसी भारी मशक्कत के बाद पूर्व में ही हो गई है। पर जेहल अपने साथियो से बिछुङ जाने के कारण जहां तहां भटकने को विवश हो गया था। जेहल की भेंट कामधंधे को लेकर मलेशिया गये उसके भांजे विकास से हुई। जेहल का पासपोर्ट एवं वीजा जिस कंपनी के पास काम करता थावहां जब्त थी। साथ ही साथ जेहल का वीजा एवं पासपोर्ट का मियाद भी खत्म हो गया था।उसकी घर वापसी में इन दोनों दस्तावेजों का अभाव आङे आ रहा था।इन जरूरी कागजात के अभाव में मलेशिया में उसका घूमना फिरना भी मुश्किल बना हुआ था।ऐसे में उसका भांजा अपने पास किसी तरह जेहल को रखा। प्रवासी ग्रुप एडमिन के सिकन्दर अली ने इस मामले को शोसल मिडिया के माध्यम से जनप्रतिनिधियों व पत्रकार बधुंओ को अवगत कराया।बगोदर के विधायक नागेन्द्र महतो व चंद्रनाथ भाई पटेल व प्रवासी ग्रुप से जुड़े दुबई से रूसतम अंसारी व सरफराज अंसारी ने भी ट्वीटर से विदेश मंत्रालय को अवगत कराया। साथ ही साथ जेहल का भांजा विकास महतो ने मलेशिया के कुआल्लमपुर स्थित एंबेसी जाकर उसकी घर वापसी के लिए फरियाद की।वहां उसे जेहल की घर वापसी के लिए हवाई जहाज की टिकट एवं अवैध रूप से रहने को लेकर जुर्माना के निर्धारित राशि जमा कराने को कहा गया और उसने इसकी राशि भी जमा करा दी। विकास का भी वीजा का मियाद पांच मई को खत्म हो गया और इसके पूर्व ही वह घर लौटने वाला था पर उसे मामा के घर वापसी सुनिश्चित होने तक मलेशिया में रूकने को विवश होना पङा।इसके लिए वह एक महीने का वीजा का आवेदन दिया और अपने वीजा का मियाद बढया।पुलिस इमिग्रेशन रिपोर्ट क्लियर नहीं हो पाने से मामला गंभीर होने लगा।क्योंकि कंपनी वाले ने उनपर मुकदमा दायर कर रखी दिया था। फिर विकास की कंपनी वाले लोगों की मदद से इमिग्रेशन रिपोर्ट क्लियर किया गया।फिर टिकट मिलने का इंतज़ार होने लगा।कुछ दिनों बाद जेहल को प्लेन का टिकट मिल गया।लेकिन उस टिकट में समस्या तब पैदा हुई जब मलेशिया एमबीसी ने ढका से होकर आनेवाली प्लेन का टिकट दिया ।समस्या ये थी कि पासपोर्ट के अभाव में जेहल महतो ढका एयरपोर्ट में पकडे जाने का डर था।ये जानकारी भांजे को मिली तो उन्होंने फिर से एयर एशिया का टिकट उपलब्ध कराया।इस प्रकार एक साथ एयर एशिया से शनिवार रात 11:59 में कोलकाता पहुँचे।कोलकाता दमदम एयरपोर्ट पर जेहल महतो को इमिग्रेशन पुलिस वालों ने रोके रखा करीब तीन घंटे बाद सारा कागजात दिखाने के बाद वहाँ से छोडा गया। और कोलकाता एयरपोर्ट रिसीव करने पहुँचे कोलकाता में इंजीनियरिंग करने वाले बगोदर के छात्र बसुदेव कुमार महतो ने कोलकाता से पुर्वा एक्स्प्रेस ट्रेन की तत्काल टिकट उपलब्ध कराया।जेहल व विकास हवाडा से रविवार सुबह 8:40 में पार्श्वनाथ स्टेशन के रवाना हुए।ट्रेन एक घंटे विलम्ब से पार्श्वनाथ स्टेशन पहुंचा।फिर वहाँ अपने भांजे के घर खेतको पहुंचा जहां घर के परिजनों की खुशी देखने लायक थी।

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