मणि भाई
गोड्डा ।
प्रस्तावित अडानी पावर प्लांट के खिलाफ बगावत के बिगूल लगातार तेज होते जा रहे हैं, पावर प्लांट से होने वाले दुष्प्रभाव को मुद्दा बताकर महासंग्राम जारी है। अडानी के खिलाफ चल रहे जनआंदोलन को जायज ठहराते हुए अब जेएमएम के चुनावी प्रत्यासी रह चुके संजीव मरीक भी महासंग्राम का बिगूल फूंकते नजर आ रहे हैं। उड़ीसा के पूर्व डीजीपी रह चुके संजीव मरीक सोमवार षाम मीडिया से अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा कि प्लांट को घनी आबादी वाले क्षेत्र में लगाया जाना बेहद नुकसानदेह साबित होगा, फायदे का नजरिया बिल्कुल छलावा है। राज्य सरकार को लथाड़ते हुए संजीव मरीक ने कहा कि पानी का कोई ठोस विकल्प नहीं होने के बावजूद बहुफसलीय जमीन पर पावर प्लांट लगाने का फैसला बिल्कुल गलत है। जमीन बचाओ संघर्ष समीति के जनआंदोलन को जायज ठहराते हुए उन्होंने कहा कि काॅपोरेट की गुलामी के खिलाफ महासंग्राम जारी रहेगा। वहीं विकास और रोजगार के सवालों पर उन्होंने कहा कि मात्र 700 टेक्निकल लोगों को रोजगार मिलना है, वो भी लगभग बाहरी होंगे। गोड्डा सदर मार्केट को छिटपुट तौर पर फायदा जरूर होगा मगर आने वाले समय में सबसे ज्यादा पानी की समस्या और प्रदूषण का दंश भी गोड्डावासियों को ही झेलना पड़ेगा।
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