गोड्डा ।
प्रदेश सरकार की गलत नियती और लापरवाह व्यवस्था का खामियाजा बार-बार रैयतों को भुगतना पड़ रहा है। विकास के नाम पर तेज गति से जमीनें अधिग्रहण कर ली जा रही हैं, मगर निर्धारित अवधी में लोगों को उनका वाजिब हक यानी मुआवजा तक नहीं मिल पा रहा। वाकया झारखंड प्रदेश के गोड्डा जिले का है, नूनाजोर-बसंतराय पथ निर्माण में मेदनीचक के 98 रैयतों की 10 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई, सड़क भी बन गई, 4 साल समय भी बीत गया मगर रैयतों के अनुसार अब तक एक भी रैयत को एक पैसा मुआवजा नहीं मिला।
वाकया 2013-14 का है, कथित मसले को मुद्दा बनाकर आज मेदनीचक के रैयतों द्वारा हल्ला बोल की शुरूआत हो चुकी है। रैयतों से मिली जानकारी के अनुसार विकास कार्य के नाम पर इस तरह से जमीन लिया जाना और मुआवजा न दिया जाना बेहद हास्यास्पद है। हर रैयतों से की गई बात का लब्बोलवाब बस इतना है कि उनकी मांग पर विचार किया जाए तथा उन्हें उनका वाजिब हक जल्द से जल्द मिल जाए। : Mani Bhai
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