गिरिडीह।
स्थानिय सासंद रवींन्द्र कुमार पाण्डेय ने डीवीसी के चेयरमैन एडब्लूके लिंगस्टे से डीवीसी मुख्यालय कोलकता मे मिल कर बोकारो थर्मल और चंद्रपुरा का बंद पुरानी इकाइयों को चालू करने एवं लंबीत श्रमिकों की माँग का अविलंब निष्पादन करने की माँग करते हुए कहा कि, संक्रमण काल से गुजर रहे डीवीसी का उत्थान उक्त पुरानी इकाइयों को बंद करने से नही चलाने से होगा। किसी इकाई को बंद करने से समस्या का समाधान नही अनेक समास्याओं का आगाज होगा। इसलिए उत्पादन लागत को कम कर उत्पादन जारी रखने का प्रयास होना चाहिए ताकि हजारों श्रमिकों के समक्ष रोजीरोटी की समस्या उत्पन्न होने से विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होगी। पुरानी इकाईयों को बंद करने के बाद फिक्सड् कॉस्ट का भार नई इकाईयों पर पड़ने से उसका भी उत्पादन लागत प्रभावित होगा। श्री पाण्डेय ने मंत्रालय सुत्रों के हवाले से कहा कि, केन्द्र व राज्य सरकार के अनुमति के बिना एवं श्रमिको के हित की अनदेखी कर स्थाई रुप से पुरानी इकाई को बंद करना अवैधानिक है। प्रदुषण के निर्धारित मानको को आवश्यक मोडिफिकेशन कर पुरा किया जा सकता है। इसके लिए मंत्रालय पर्याप्त समय दे सकता है।लेकिन योजना डीवीसी को प्रस्तुत करना होगा। श्रमिकों की लंबीत समस्याओं पर क्षोभ प्रकट करते हुए सांसद श्री पाण्डेय ने लंबे समय से कुशल श्रेणी मे कार्यरत सप्लाई मजदूरों को अतिकुशल श्रेणी मे पदोन्नत करने और बोकारो थर्मल के कैंटीन श्रमिकों को अतिरिक्त सुविधा प्रदान करने पर बनी सहमति के अनुरूप आदेश निर्गत करने,सप्लाई मजदूरों को ससमय सम्मानजनक बोनस का भुगतान और वेतन समझौता करने, सीएसआर के तहत बोकारो थर्मल के गुरूद्वारा,हनुमान मंदिर और चर्च मे शेष बचे शेड निमार्ण के कार्य को पूर्ण करने आदि का माँग किया। उपरोक्त आलोक मे डीवीसी के चेयरमैन ने सांसद को साकारात्मक कारवाई का भरोसा दिया।इस अवसर पर मुख्य रुप से जिप सदस्य सह डीवीसी ठेका मजदुर संघ के महामंत्री भरत यादव,सचिव ललन शर्मा, डीवीसी के प्रभारी निदेशक प्रभात किरण,अपर सचिव श्री पटनायक आदि उपस्थित थे।
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