संवाददाता.जमशेदपुर .27 दिसबंर


कोल्हान मे आदिवासी संगठनो का बंद का असर ग्रामीण क्षेत्रो मे देखने को मिला . शहरी क्षेत्र मे लोग आम दिनो के तरह लोगो काम करते नजर आए। हालाकि लम्बी दुरीया की बंसे काफी कम चली .लेकिन इस बंद का असर ट्रेन सेवा मे नही देखा गया .हालाकि रेल प्रशासन के द्वारा इस बंद में अपने क्षेत्र मे चलने वाले ट्रेन के आगे पायलट द्रेने चलाया जा रहा था।
जमशेदपुर के ग्रामीण क्षेत्र मे रहा असर
जमशेदपुर में भी आदिवासी संगठनो के बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला।झारखंड मुक्ति मोर्चा और विभिन्न आदिवासी संगठनो ने जमशेदपुर-चाईबासा मुख्य सड़क को करनडीह चौक के निकट जाम कर दिया,जिसके कारण सड़क पर आवागमन घंटो पूरी तरह से ठप्प रहा।
पश्चिमी सिंहभूम जिला मे बंद का असर देखा गया
पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा और चक्रधरपुर के शहरी क्षेत्रो¨ को छोड़ जिले के अधिकांश इलाकों में बंद का असर देखने को मिला है। लौह अयस्क सहित अन्य खनिजं की ढुलाई प्रभावित हुई है। नक्सली बंदी के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 75 पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद रही है। उग्रवाद प्रभावित लातेहार, चतरा, गुमला समेत अन्य जिलों में नक्सली बंदी के कारण वाहनों का परिचालन बाधित रहा, लेकिन आदिवासी संगठनों के बंद का कोई खास असर देखने को नहीं मिला।
सरायकेला खरसांवा के ग्रामीण क्षेत्र में दिखा असर
सरायकेलाःखरसावा जिला के शहरी क्षेक्ष के छोङकर ग्रामीण क्षेत्रो मे बंद का असर देखने को मिला .जबकि चांडिल अनुमण्डल क्षेत्र के कई जगह ईचागढ़ के मिलन चैक, चौका बन्द का असर देख गया । वही तिरूलडीह, चाण्डिल, नीमडीह बेअसर देखा गया। सरकारी एवं गैर सरकारी प्रतिष्ठान खुले रहे। बैंक के अनुमण्डल स्तर के बैंक ऑफ इण्डिया के मिलन चैक, तिरूलडीह,चौका, नीमडीह, रधुनाथपुर शाखा में लेन देन का काम बन्द रहा । अनुमण्डल क्षेत्र के मिलनचैक सहीत नक्सल प्रभावित क्षेत्र के सभी पेट्रोल पम्प बंद रहा।