
संवाददाता,जमशेदपुर,30 दिसबंर

स्वर्णरेखा नदी में किसी उद्योग द्वारा केमेकिल या डस्ट छोडे जाने से पानी का स्वरुप ही बदल गया है। लोग अब उक्त पानी पीने तो दूर, नहाने तक से डरने लगे हैं। पानी देखने मात्रा से ही यह प्रतीत हो रहा है कि या तो यह केमिकल है फिर किसी पदार्थ का डस्ट। इस कारण इसके आसपास रहनेवाले लोगों में काफी भय व्याप्त हो गया है। दूसरी ओर खरकाई नदी का पानी पूरी तरह हरा है। ऐसे समय में जब पिकनिक का मौसम है और 15 दिनों बाद ही झारखंड का महान पर्व टुसू का आयोजन वहां होता है, पानी का रंग देखकर चिंता होना स्वाभाविक हैं।
इसकी जानकारी बस्तीवासियों ने जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सह पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करेनवाले सरयू राय को दी। वे वहां पहुंचकर दो बोतल में स्वर्णरेखा व खरकाई नदी के पानी का नमूना लिया तथा उसे जांच के लिए भेजने की बात कही। इस संबंध में विधायक सरयू राय ने कहा कि नदी का पानी सफेद हुआ है, इसे देखने मात्र से यह लग रहा है कि इसमें सीमेंट या इसी प्रकार का कोई वस्तु डाला गया है। इसकी जानकारी ली जाएगी तथा इसमें दोषी कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कहा कि नदी के समीप जितने भी उद्योग है, उसमें जीरो डिग्री डिस्चार्ज का प्रावधान होना चाहिय, ताकि कंपनी का कुछ भी अवशेष पानी में न आने पाये।
सरयू राय ने इस मौके पर तत्काल प्रदूषण नियत्रण बोर्ड के चेयरमैन से बात की, जिसपर उन्होंने अनभिज्ञता जताई। श्री राय ने इसपर आश्चर्य़ व्यक्त करते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि विभाग की कंपनियों के साथ मिलीभगत है। अगर यह बात जांच में सामने आती है तो विभाग के पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई की जायेगी। इस पूरे प्रकरण के लिये श्री राय ने 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया। यह टीम आगामी 2-3 दिनों में पानी की जांच सहित इसमें दोषी व्यक्तियों उद्योगों की जानकारी प्राप्त करेगी। इसके बाद सरकार से वैसे कारकों पर कार्रवाई का आग्रह किया जायेगा। सरयू राय ने इस मामले में मुख्यामंत्री रघुवर दास तथा मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती से बात करने की बात कही। श्री राय के साथ मुकुल मिश्रा, आफताब अहमद सिद्दीकी, शंकर दास, अनिल सिंह सहित काफी संख्या में स्थानीय निवासी मौजूद थे।
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