सहरसा-नि:सहाय व गरीबों को भेज दिया राशन कार्ड रद्द कर देने की नोटिस

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नोटिस का जबाब देने पहुंचें लोग हैं नि:सहाय,विधवा,विकलांग और वृद्ध
अनुमंडल मुख्यालय के बरामदे पर बैठ मांगने लगी इंसाफ
सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-
अनुमंडल प्रशासन ने प्रखंड के तरियामा पंचायत के दो दर्जन वैसे लोगो को अपात्र गृहस्थी राशन कार्ड रद्द कर देने की नोटिस थमा दी जो देखने से ही नि:सहाय व गरीब है।
वैसे दो दर्जन लोगों ने अनुमंडल मुख्यालय पहुंच बरामदे पर बैठ इंसाफ की गुहार लगाने लगी। इंसाफ की गुहार लगाने पहुंचे लोगो में अधिकतर विधवा,विकलांग,वृद्ध हैं।विधवा गुलाब देवी,नगीया देवी,पुसिया देवी,सोनिया देवी,कबूतरी देवी,लीला देवी आदि ने बताई कि हमलोगो को अनुमंडल से नोटिस दिया गया। कहा गया कि अगर पन्द्रह दिनों के अन्दर जबाब नही दिया तो हमलोगो को जो खाद्यान्न मिलता है बंद कर दिया जायेगा साथ ही कार्ड जमा नही करने पर कार्यवाही भी की जायेगी।
क्या है पुरा मामला-
बिहार सरकार खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग पटना के निर्देश के आलोक में अधिनियम की धारा 10 की उपधारा (1) के अनुसार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में रहने वाले पात्र गृहस्थियों राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के आलोक में वैसे परिवारों को राशन कार्ड रद्द कर देने की बात कही गई हैं जिनके पास ग्रामीण क्षेत्र में तिपहिया,चारपहिया वाहन,सरकारी सेवक,दस हजार प्रतिमाह आय वाले सहित करीब ग्यारह बिन्दु वाली लिस्ट के तहत नही आते हैं।साथ ही अन्य कई प्रावधान दी गई हैं।
नोटिस का जबाब देने के नही थे रूपये –
गुरूवार को नोटिस का जबाब देने पहुंचें लोगो के पास नोटिस का जबाब देने के पैसे नही थे इनलोगों ने कहा कि गांव के ही एक दो लोगों को बार बार आग्रह करने पर वे लोग ही आज यहां साथ आये और सब काम करवा दिया। अगर हमलोगों को नाम राशन कार्ड से से कट गया तो खाने के लाले पड़ जायेंगें।
आखिर दोषी कौन ?- इन गरीबों को आखिर किस बजह से अपात्र होने की नोटिस दी गई।क्या नोटिस टेबूल पर बैठ बनाया गया। क्या सर्वे करने में अनियमितता बरती गई। बहुत सारे अनुत्तरित सवाल हैं जिनका जबाब जरूरी है।

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