सहरसा-धुमधाम से मनाई गई भीम राव अम्बेडकर की जयंती

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सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती।
अनुमंडल क्षेत्र के तीनों प्रखंडों में बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की जयंती बड़े धुमधाम से मनाई गई। विभिन्न विधालयों में भी जयंती के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई।
भाजपा नगर पंचायत अध्यक्ष संडीव कुमार भगत के आवास पर भारत रत्न बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर की 126 वीं जयंती मनाई गयी। वही इस दौरान उनकी तस्वीर पर सभी भाजपा कार्यकर्ताओ ने पुष्पांजलि अर्पित की । वही इस दौरान भाजपा नेता रितेश रंजन ने बाबा साहेब के जीवनी पर प्रकाश डालते हूये कहा कि वे एक युगपुरूष थे जिनके व्यक्तित्व ने न सिर्फ देश को नई दिशा दी बल्कि देश की विचारधारा ही परिवर्तित कर दी। आज सशक्त और आर्थिक रूप से शक्तिशाली भारत की जो छवि पूरी दुनिया में उभरी है, उसके पीछे इस महापुरुष की विचारधारा और सोच अत्यंत महत्वपूर्ण रही है वही कहा कि 18 ऐसे विचार जो बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर को “इतिहास पुरुष” साबित करते हैं । आज 14 अप्रैल है, और यह भारत के इतिहास का वह ऐतिहासिक दिन है जब सन् 1891 में भीमराव अंबेडकर का जन्म मऊ, मध्य प्रदेश में हुआ था. “बाबा साहेब” के नाम से बाद में प्रचलित हुए इस शख़्स के बारे में आज कुछ भी कहना और लिखना सूरज को दीपक दिखाने जैसा है मगर सब कुछ हमेशा से ऐसा ही नहीं था. बाबा साहेब को पूरा देश जिस एक चीज़ के लिए जानता है वो यह है कि वे भारत राष्ट्र के संविधान निर्माता थे और इसी परिप्रेक्ष्य में उनकी दूरदृष्टि और व्यापकता को नज़रअंदाज किया जाता है । वही बैठक की अध्यक्षता कर रहें भाजपा नगर पंचायत अध्यक्ष संजीव कुमार भगत ने कहा कि बाबा साहेब का जन्म हिन्दू धर्म की महार जाति में हुआ था, जिसे तब के समाज में अछूत का दर्जा दिया गया था मगर आज आज़ादी के 67 वर्षों के बाद भी स्थितियाँ बिलकुल से बदल गई हों ऐसा कतई नहीं है. आज भी हमारे समाज में धार्मिक और जातिगत गैरबराबरी बदस्तूर जारी है और इसी गैरबराबरी को हटाने के लिए बाबा साहेब अपनी अंतिम सांस तक अनवरत लड़ते रहे और उनका ये संदेश आज़ादी के दौरान जितना प्रासंगिक लगता था, आज उससे कहीं ज्यादा प्रासंगिक प्रतीत होता है ।
वही बैठक में पार्टी के सहयोग से प्रखंड अन्तर्गत महादलित टोले का सर्वे कर शौचालय का निर्माण करवाया जाऐगा । वही इस दौरान मंडल अध्यक्ष राजकिशोर सिंह , रमेश कुमार सिंह , मो मुस्तकीम अशरफ ,निलम भगत , श्रीकां पोद्दार ,अरविंद भगत ,मुकेश भगत , अमरदीप जायसवाल, बूटन मिस्त्री ,इंदूला देवी आदि लोग मौजूद रहें ।

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