गम्हरिया।
विस्थापन को ने उपायुक्त कार्यालय प्रदर्शन करने जा रहे हथियाडीह के ग्रामीणों को दुगनी में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कान्ड्रा-सरायकेला मार्ग के दुगनी सीआरपीएफ कैंप के पास झामुमो जिलाध्यक्ष रंजीत प्रधान के नेत्ृत्व में विस्थापितों के काफिले को रोकते हुए पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इससे करीब एक दर्जन वाहनों के काफिले पर सवार होकर सरायकेला जा रहे ग्रामीणों में आक्रोश भड़क उठा। तत्पश्चात् ग्रामीणों ने सरायकेला-कान्ड्रा मार्ग को जाम कर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। किन्तु प्रशासन की ओर से काफी संख्या में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति के कारण ग्रामीणों की एक नहीं चली। पुलिस द्वारा जाम कर रहे ग्रामीणों को गिरफ्तार कर दुगनी के पास बनाए गए अस्थायी कैप जेल में दिन भर रखा गया। शाम को करीब साढ़े पांच बजे पीआर बांड पर सभी को छोड़ दिया गया। इस मौके पर झामुमो जिला उपाध्यक्ष महेश्वर महतो, भोंडा बेसरा, दीपक मंडल, कुंती महतो समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
प्रशासन के इस कार्रवाई के खिलाफ होगी बड़ी लड़ाई
प्रशासन द्वारा किए गए इस कार्रवाई पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विधायक चंपाई सोरेन ने कहा कि ग्रामीणों की आवाज को दबाना गलत है। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत ग्रामीण अपनी मांगों को रखने जा रहे थे। किन्तु उन्हें रास्ते में रोककर प्रशासन ने उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया है। इस मामले को गंभीरता से लेकर बड़ी लड़ाई की तैयारी की जाएगी। सिड्यूल एरिया को लेकर मांझी परगनाओं की विशाल बैठक आहुत कर संघर्ष का एलान किया जाएगा।
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