
एक वक्त था जब महेश भट्ट ने जख्म जैसी फिल्म बनाकर बॉलीवुड में एक क्रांति की शुरुआत की थी। उस समय महेश भट्ट को बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की चिंता नहीं सताती थी। लेकिन आज वही महेश भट्ट, जिस्म, आशिकी, मर्डर जैसी फिल्में सिर्फ इसलिए बनाना चाहते हैं ताकि वो भी बाकी फिल्ममेकरों की तरह ही पैसे कमा सके। महेश भट्ट जिन्होंने हाल ही में या रब जैसी एक सच को सामने लाने वाली फिल्म का डिस्ट्रीब्यूटर बनना स्वीकार करके फिल्म को बैकअप दिया का कहना है कि या रब उन्होंने नहीं बनाई। ये फिल्म मोहसिन जी की है। महेश भट्ट ने कहा कि उन्होंने अपने समय में इस तरह के कई एक्सपेरिमेंट किये हैं। अब वो पैसा कमाना चाहते हैं। या रब जैसी फिल्में बनाकर पैसों में आग नहीं लगाना चाहते। या रब फिल्म को लेकर कई सारे विवाद उत्पन्न हए हैं और महेश भट्ट के साथ ही उनके भाई मुकेश भट्ट भी या रब को लेकर दायर किये गये केस को लेकर काफी सोच विचार कर रहे हैं। मुकेश भट्ट का कहना है कि या रब में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे लेकर विवाद बनाया जाये। लेकिन लोगों को कुछ ना कुछ बहाना तो चाहिए। लेकिन हमें पूरा यकीन है कि या रब को देखने के बाद दर्शकों को फिल्म में कुछ भी गलत नहीं लगा होगा। ये सिर्फ सच पर आधारित फिल्म है। जब महेश भट्ट से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि इस तरह की फिल्में बननी चाहिएि। तो इसपर महेश भट्ट जी ने कहा मैंने अपने समय में इस तरह की फिल्में बनाकर काफी एक्सपेरिमेंट किया। अब बाकी निर्देशकों का काम है कि वो इस चेन को आगे बढ़ाएं। सिर्फ मुझसे ही ये उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि मैं ही इस तरह की फिल्में बनाकर अपने कमाए गये पैसों को आग लगाता रहूं। महेश भट्ट जी ने कहा कि आज लोग सच को देखना ही नहीं चाहते। क्योंकि सच कड़वा होता है। ना ही निर्देशक या मीडिया सच को सुनना चहाती है या सच सामने लाना चाहती है। हम सभी को फैंटसी और खूबसूरत दिखने वाले झूठ ही अच्छे लगते हैं। तो मैं भी आशिकी, मर्डर, जिस्म बनाकर बेच रहा हूं और पैसे कमा रहा हूं। मुझे जितना एक्सपेरिमेंट करना था कर लिया। अब मेरा वक्त है पैसे कमाने का। तो बाकी निर्देशकों को अब एक्सपेरिमेंट करना चाहिए और या रब जैसी फिल्में बनानी चाहिए।
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