
संवाददाता.नई दिल्रेली ,09 जनवरी ,
रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने भारतीय रेल को नागरिकों के लिए अनुकूल बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया है ताकि रेलवे में सेवाओं को सुधारने संबंधी पहलुओं पर नागरिक इनपुट दे सके। यह भागीदारी मूलक गवर्नेंस पर प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप है।

रेल मंत्रालय ने 2015-16 के आगामी रेल बजट के लिए विभिन्न विष्यों पर लोगों से सुझाव मांगा है। कोई भी नागरिक रेल मंत्रालय की वेबसाइट www.indianrailways.gov.in पर जाकर विभिन्न रेल विषयों पर ऑनलाइन सुझाव दे सकता है। इन विषयों में कम्प्यूटरीकरण, इलेक्ट्रीकल, लाइनों का विद्युतीकरण, वित्त, फुट-ओवर ब्रिज, माल ढ़ुलाई, अवसंरचना, नवाचार विचार, रेल लाइन, अपराध रोकना, रेलगाडि़यों की सुरक्षित आवाजाही, आपदा प्रबंधन, पर्यटन सेवाओं, नई रेलगाडि़यां, पैंट्रिकार तथा कैटरिंग आदि हैं। इसके अतिरिक्त नागरिक पूरे वर्ष रेल मंत्रालय की इसी वेबसाइट पर शिकायत, सामान्य सुझाव, फीड बैक ऑनलाइन दे सकते हैं।
लोकल सर्किल्स नामक एक सामुदायिक सोशल मीडिया प्लैटफार्म भारतीय रेल के साथ साझेदारी में रेलवे से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर नागरिकों का सामूहिक इनपुट देगा। लोकल सर्किल ‘मेक रेलवे बेटर’ पर 70 हजार से अधिक लोगों ने ऑनलाइन फीडबैक दिये हैं।
भारतीय रेलवे स्वच्छता, नागरिक भाव सुधार तथा भारतीय रेल को विश्व में श्रेष्ठ रेल नेटवर्क बनाने में नागरिकों को शामिल करने के लिए सिविल सोसायटी की पहलों का स्वागत करता है।