पूर्णिया ,बीजेएनएन ब्यूरों ,10 मार्च
लोकसभा चुनाव तिथी की घोषणा के बाद अपने चुनाव दौरा में बिहारर पहुंचे नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर भङास निकाली ।रैली के दौरान मोदी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को फिर याद करते हुए मोदी ने उन्हें ‘शहजादे’ के नाम से संबोधित किया। कहा, वह केवल आरोप लगाते हैं।
देश को कंप्यूटर और मोबाइल देने संबंधी कांग्रेस के प्रचार की बखिया उधेड़ते हुए मोदी ने कहा, कांग्रेस शासित और तीसरे मोर्चे में शामिल दलों के शासन वाले राज्यों के स्कूलों में मामूली कंप्यूटर शिक्षा दी जा रही है। बिहार में तो महज दो फीसद स्कूलों में कंप्यूटर की शिक्षा है। जबकि गुजरात के 71 फीसद स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा दी जाती है। सेक्युलरिज्म पर चर्चा करते हुए मोदी ने कांग्रेस, जदयू और अन्य विरोधी दलों पर मुसलमानों को मूर्ख बनाने का आरोप लगाया। सच्चर कमेटी के आंकड़ों का जिक्र करते हुए बताया कि बिहार समेत कई प्रदेशों के शहरी और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले मुसलमानों से गुजरात के मुस्लिम अमीर हैं। वे ज्यादा खर्च करते हैं, उनका रहन-सहन बढि़या है। उनमें शिक्षित होने का प्रतिशत भी ज्यादा है। विद्यार्थियों को आकाश टैबेलेट दिए जाने वाली केंद्र सरकार की योजना का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि उसको लेकर देश को बहुत सपने दिखाए गए थे। कहां गई वह योजना? उस पर खर्च हुआ धन कहां गया? वह योजना आकाश से जमीन पर क्यों नहीं उतर पाई? राहुल गांधी जवाब दें।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा, कोसी क्षेत्र में विकास के तमाम कार्य हो सकते थे लेकिन उन्होंने क्या किया? कोसी नदी में आई बाढ़ के बाद गुजरात ने सद्भावना और प्रेम के साथ जो मदद भेजी थी, वह अहंकार के चलते लौटा दी गई। मोदी ने नीतीश का अहंकार हिमालय से भी ऊंचा बताया। नीतीश से पूछा अब केंद्र में बनने वाली भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार से बिहार को मिलने वाली मदद को तो वह नहीं लौटा देंगे, उसे तो ठोकर नहीं मार देंगे, जवाब दें। मोदी ने तीसरे मोर्चे के दलों को चुनाव के मौके पर एकत्रित होने वाला और उसके बाद बिखर जाने वाला कुनबा बताया, जिसमें हर नेता कपड़े सिलवाकर प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि इन दलों के पास कोई भी सिद्धांत और कार्यक्रम नहीं है। मोदी ने विकास के लिए जनता का समर्थन मांगा।
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