विकास कुमार, नई दिल्ली


दिल्ली पुलिस ने अलिपुर के मुखमेलपुर इलाके में हुए प्रॉपर्टी के लालच में सास और ननद के डबल मर्डर के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस ने इस केस में तीन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। आरोपियों की पहचान प्रदिप कुमार(38), इकरामुद्दीन(61) और सुदेश(40) के रूप में हुई है।
आउटर डिस्ट्रीक्ट के डीसीपी विक्रमजीत सिंह ने बताया की 13 जून को अलिपुर थाने में रविंद्र ने अपने नानी और मौसी के लापता होने की कंप्लेंट दर्ज कराई थी। वहीं 17 जून को इंद्रवती के बेटे अमरदीप ने अपने मां और बहन के अपहरण का केस दर्ज कराया था। जिसके बाद एसीपी अलिपुर रजनिश और एसएचओ अलिपुर इंस्पेक्टर सुरेश कुमार की देखरेख में टीम बनाई गई और जांज शुरू कर दी गई। पुलिस ने इस केस में परिवार और आस पड़ोस के करिब 200 लोगो से पुछताछ शुरू की, तो पता चला की अमरजीत की पत्नी सुदेश के साथ लगातार गीता की लड़ाई होती रहती थी। जिसके बाद पुलिस ने सुदेश से पुछताछ शुरू की पहले तो उसने पुलिस को बहुत घुमाया पर जब बाद पुलिस ने सुदेश से जब कड़ाई से पुछा तो उसने अपना गुनाह कबुल कर लिया। उसने पुलिस को बताया की उसने प्रदीप और इमरामुद्दीन के संग मिलकर अपनी सास और ननद को मौत के घाट उतारा है। उसने पुलिस को बताया की उसकी सास के पास 6 करोड़ की जमीन थी जिसको लेकर उन के बीच अकस्र झगड़े होते रहते थे। सुदेश ने पुलिस को बताया की प्रदीप और इकरामुद्दीन को उसने 6 लाख रूपये इस वारदात को अंजाम देने के लिए दिए थे।
हत्या के बाद शव को 8 फिट के गडढ़े में दबा दिया
आरोपियों ने पुलिस को बताया की गीता और उस की मां इंद्रावती की हत्या करने के बाद उन्होंने दोनों के शव को 8 फुट के गडढ़े कर के उस में दबा दिया । उन्होंने पुलिस को बताया की प्रदीप ने इंद्रावती और गीता को इस समस्या से घुटकारा दिलाने के नाम पर तांत्रिक इकरामुद्दीन से मिलाया था। जिसके बाद तांत्रिक ने अपने बातों से उनकों तैयार कर लिया और उन्हें बख्तावरपुर के खेत में बुलाया और वहां उन्हें जूस में नशिला पदार्थ मिलाकर पीला दिया और जब वे दोनों बेहोश हो गए तो उन्होंने दोनों की गला घोटकर हत्या कर दी और शव को दफना दिया।