जमशेदपुर।


सिंहभूम पत्रिका के बैनर तले गोलमुरी उत्कल समाज मे उत्कल गौरव मधुसूदन दास की 171 वीं जयंती सिंहभूम पत्रिका के संपादक बादल भूयां के अध्यक्षता में आयोजित की गई।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ शिक्षाविद काशी नाथ पण्डा तथा सम्मानित अतिथि गोलमुरी उत्कल समाज के महासचिव प्रदीप कुमार जेना थे। सभी अतिथियों ने सम्मिलित रूप से मधुसूदन जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
मुख्य अतिथि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मधुसूदन दास एक स्वाभिमानी व्यक्ति थे ओडिशा राज्य को भाषाई आधार पर अलग राज्य का दर्जा दिलाने में उनका अहम् भूमिका रही। उनकी लिखी हुई साहित्य आज भी विद्यालयों में पढाई होती है ।
सभा के अंत में एक कविता पाठ का आयोजन किया गया था। इस कविता पाठ का संचालन प्रदीप कुमार दास किया। कविता पाठ में उत्पला दाश, अंजू वाला जीयू, बादल भूयां , प्रदीप कुमार दास, शरत दास, जयराम दासपात्रा, पवित्र मोहन दलाई, शैलेन्द्र प्रसाद लेंका, अवनी कुमार दत्त, श्याम सुन्दर बारीक, रंजन भूयां आदि कवियों ने अपनी स्वरचित कविताओं का पाठ किया।
धन्यवाद ज्ञापन समाजसेवी जयराम दासपात्रा ने की।
इस कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ साहित्यकार के साथ साथ उत्कल समाज के शिक्षक शिक्षिकाओं और छात्र छात्राओं उपस्थित थे।
के बैनर तले गोलमुरी उत्कल समाज मे उत्कल गौरव मधुसूदन दास की 171 वीं जयंती सिंहभूम पत्रिका के संपादक बादल भूयां के अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ शिक्षाविद काशी नाथ पण्डा तथा सम्मानित अतिथि गोलमुरी उत्कल समाज के महासचिव प्रदीप कुमार जेना थे। सभी अतिथियों ने सम्मिलित रूप से मधुसूदन जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
मुख्य अतिथि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मधुसूदन दास एक स्वाभिमानी व्यक्ति थे ओडिशा राज्य को भाषाई आधार पर अलग राज्य का दर्जा दिलाने में उनका अहम् भूमिका रही। उनकी लिखी हुई साहित्य आज भी विद्यालयों में पढाई होती है ।
सभा के अंत में एक कविता पाठ का आयोजन किया गया था। इस कविता पाठ का संचालन प्रदीप कुमार दास किया। कविता पाठ में उत्पला दाश, अंजू वाला जीयू, बादल भूयां , प्रदीप कुमार दास, शरत दास, जयराम दासपात्रा, पवित्र मोहन दलाई, शैलेन्द्र प्रसाद लेंका, अवनी कुमार दत्त, श्याम सुन्दर बारीक, रंजन भूयां आदि कवियों ने अपनी स्वरचित कविताओं का पाठ किया।
धन्यवाद ज्ञापन समाजसेवी जयराम दासपात्रा ने की।
इस कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ साहित्यकार के साथ साथ उत्कल समाज के शिक्षक शिक्षिकाओं और छात्र छात्राओं उपस्थित थे।