जमशेदपुर-शत प्रतिशत खर्च नहीं हुआ तो नपेंगे बीडीओ बंद होगा कम खर्च वाली पंचायतों के सचिव का वेतन, मंत्री ने दी सीधे कार्रवाई की चेतावनी

जमशेदपुर । पूर्वी सिंहभूम में 14 वें वित्त आयोग की रकम से दो साल में महज 41.33 फीसद ही खर्च हुआ है। प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री ने सिदगोड़ा टाउन हाल में गुरुवार को समीक्षा के दौरान उन प्रखंडों के बीडीओ की जमकर खिंचाई की जहां खर्च का प्रतिशत बेहद कम है। मंत्री ने गुड़ाबांदा, बोड़ाम और मुसाबनी के बीडीओ पर विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी। साथ ही शून्य खर्च वाली पंचायतों के पंचायत सचिवों का वेतन रोकने की बात कही। मंत्री बोले कि खाते की शोभा बढ़ाने के लिए योजना का पैसा नहीं है, काम करें।
मंत्री ने उपायुक्त अमित कुमार को मुखातिब करते हुए गुड़ाबांदा, बोड़ाम और मुसाबनी पर खास तवज्जो देने को कहा। डीपीआरओ प्रेमतोष चौबे व सभी बीडीओ को कम खर्च वाली पंचायतों में कैंप कर वहां योजना मंजूर कराने से लेकर तेजी से काम कराने को कहा। मंत्री ने सभी बीडीओ को शत-प्रतिशत रकम खर्च करने के लिए अप्रैल के पहले हफ्ते तक की मोहलत दी है। इसके बाद कार्रवाई होगी। 14 वें वित्त आयोग की रकम के कम खर्च के पीछे बीडीओ ने जेई की कमी तो पंचायत सचिवों ने गाइड लाइन नहीं होने का बहाना बनाया। समीक्षा के दौरान मंत्री ने कम खर्च वाली पंचायतों के पंचायत सचिव और मुखिया को जमकर आड़े हाथों लिया और उनसे खर्च बढ़ाने को कहा। गुड़ाबांदा की गुड़ाबांदा, सिंहपुरा, मुड़ाकाटी, डुमरिया की खैरबनी व केंदुआ, बोड़ाम की भुला, पटमदा की गोबरघुसी, हाड़तोपा, घाटशिला की बाघुडिय़ा, बहरागोड़ा की बहुलिया, गोपालपुर आदि के पंचायत सचिव व मुखिया से मंत्री ने सीधे जवाब-सवाल किया।
14 वें वित्त आयोग की रकम खर्च करने में सबसे फिसड्डी गुड़ाबांदा है। यहां के बीडीओ हारून रशीद मंत्री की बातों का जवाब देने की बजाय बगल झांकते रहे। मंत्री ने कहा कि अगर बीडीओ इस तरह जवाब देता है तो यह चिंता की बात है। मंत्री बोले कि यहां की पांच पंचायतों में दो साल में एक पाई खर्च नहीं हुई। गुड़ाबांदा पंचायत के सचिव ने बताया कि छह योजना पर तीन लाख 32 हजार खर्च हुए हैं। मंत्री बोले कि रिपोर्ट तो शून्य दिखा रही है। पंचायत को मिला पूरा 29 लाख रुपया खर्च करना है। शोभा बढ़ाने के लिए नहीं दिया गया पैसा। बीडीओ से बोले कि वह समीक्षा नहीं करते। इस पर बीडीओ ने हर हफ्ते बैठक करने की बात कही। मंत्री ने कहा कि अगर ऐसा होता तो खर्च का प्रतिशत बढ़ता। उन्होंने बीडीओ से कहा कि नए हैं इसलिए छोड़ रहे हैं। मेहनत करो। लुंज-पुंज रहने से नहीं चलेगा। पंचायत सचिव वंदना डाडेल बोलीं कि अप्रैल के पहले हफ्ते तक सौ फीसद खर्च कर डालें वरना कार्रवाई होगी। इसके बाद सिंहपुरा व मुड़ाकाटी का नंबर आया। मंत्री बोले कि सिंहपुरा में 21 लाख में महज सवा लाख खर्च। पंचायत सचिव ने गाइड लाइन नहीं मिलने का बहाना बनाया तो मंत्री बोले कि अगर यह बात मुखिया कहे तो मानेंगे लेकिन, पंचायत सचिव को तो पहले ही गाइड लाइन मिल गई थी। मुड़ाकाटी के पंचायत सचिव ने पौने चार लाख खर्च की बात कही। ———–
आगाह करने आए हैं वरना बीडीओ सस्पेंड होते
14 वें वित्त आयोग की रकम के कम खर्च से मंत्री बेहद आहत हुए। उन्होंने कहा कि वह आगाह करने आए हैं। वरना, खराब खर्च करने वाले गुड़ाबांदा और बोड़ाम बीडीओ को सस्पेंड करते। गांवों में विकास को मजाक बना कर रख दिया है। बेहद अफसोस की बात है कि पंचायत का पैसा धरातल पर नहीं उतर रहा।
———
14 वें वित्त आयोग की रिपोर्ट में भी थी गड़बड़ी
———
जल्द मिलेगी दूसरी किस्त
मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने सभी मुखिया से कहा कि जल्द ही उन्हें दूसरी किस्त के तौर पर और रकम मिलने वाली है। इसलिए मौजूदा रकम को खर्च कर दें। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार भी रकम का हिसाब केंद्र को देने के बाद ही वहां से अगली किस्त मांगता है।
मार्च में जलापूर्ति की लें योजनाएं
मंत्री ने सभी मुखिया से गर्मी में 14 वें वित्त आयोग के तहत ज्यादा से ज्यादा रकम जलापूर्ति योजनाओं पर खर्च करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिया कि इन जलापूर्ति की योजनाएं ज्यादा लें और अप्रैल तक सारी रकम खर्च कर दें।कुल आई रकम 65 करोड़ 43 लाख 70 हजार 942 रुपये
पहली किस्त में मिली रकम– 21 करोड़ 35 लाख 46 हजार 91 रुपये
दूसरी किस्त में मिली रकम — 26 करोड़ 62 लाख 42 हजार 16 रुपये
जिले को मिला प्रदर्शन अनुदान — 30 लाख 572 रुपये
अब तक हुआ खर्च — 27 करोड़ पांच लाख 24 हजार 663 रुपये
कितना बचा — 38 करोड़ 85 लाख 29 हजार 889
जिले में खर्च का प्रतिशत — 41.33 फीसद
———————-
प्रखंड वार 14 वें वित्त आयोग की रकम
प्रखंड कुल रकम खर्च बचा प्रतिशत
बोड़ाम, 53512000 रु, 2496033, 51051054 रु, 4.66 फीसद
पटमदा, 34772877 रु, 14689532 रु, 20083345 रु, 42.24 प्रतिशत
जमशेदपुर, 134481163, 64705129 रु, 69854251 रु, 48.11 प्रतिशत
पोटका, 81698293, 49437595, 32972887 रु, 60.51 प्रतिशत
घाटशिला, 51632181 रु, 33920182 रु, 17711999 रु, 65.7 प्रतिशत
मुसाबनी, 40954693 रु, 11538678 रु, 29793712 रु, 28.17 फीसद
डुमरिया, 27023085, 18447721 रु, 8575364 रु, 68.27 फीसद
गुड़ाबांदा, 16995743 रु, 240284, 16796360 रु, 1.41 फीसद
धालभूमगढ़, 28243363 रु, 18931019 रु, 9524646 रु, 67.03 प्रतिशत
चाकुलिया, 44734890, 25336876 रु, 19398014 रु, 56.64 रु
बहरागोड़ा, 30781614 रु, 32437310 रु, 50.83 फीसद
Comments are closed.