जमशेदपुर।
चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में ईश्वर की कृपा से अनहोनी घटना होने से बच गयी ।रेल डॉक्टर व उनके पुत्र की बच गयी जान।डॉक्टर को कई जगह चोटे आयी है जबकि उनके पुत्र को भी कुछ जगह पर चोटे आयी है।
घटना के सम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार टाटा रेल अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर बेहरा अपने पुत्र के साथ गुरुवार को राऊरकेला से ज्ञानेश्वरी सुपरफास्ट से लौट रहे थे ।चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से जैसे ही ट्रेन खुली उसी समय पहले डॉक्टर बेहरा बिपरीत दिशा में कूदे जबकि उनके पीछे पीछे उनके लगभग 20 वर्षीय पुत्र भी कूदे ।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उनका पुत्र को तो प्लेटफार्म में मौजूद यात्री खींचकर बचा लिए अन्यथा बड़ी घटना हो सकती थी । घटना की खबर पाते ही रेलवे अस्पताल के कई डॉक्टर स्टेशन पहुंचे घायलावस्था में बाप बेटा को रेलवे अस्पताल लाया गया जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें स्पेशल सैलून से टाटानगर भेजा गया। रेलवे स्टेशन में उनका हालचाल लेने मण्डल रेल प्रबंधक छत्रशाल सिंह भी पहुंचे थे। वर्तमान डॉक्टर एवम उनके पुत्र की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
डॉ. बेहरा पुत्र के साथ राउरकेला से टाटानगर लौट रहे थे। चक्रधरपुर से ट्रेन छूटने पर उन्हें टाटानगर स्टेशन होने का संदेह हुआ। इससे पुत्र समेत चलती ट्रेन से उतरने लगे। लेकिन, ट्रेन ने स्पीड पकड़ ली थी। इससे दोनों पिता-पुत्र प्लेटफॉर्म पर गिर पड़े। पुत्र को मामूली चोटें आई है। जबकि, डॉ. बेहरा की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
Comments are closed.