घर लंका जैसा और हम अपने घर मे राम चाहे तो यह संभव नहीं है


जमशेदपुर
जादूगोड़ा यूसिल कालोनी मे श्री राम कथा के तीसरे दिन श्री राम कथा अमृत वर्षा सतसंग समारोह में प्रवचन करते हुए वृन्दावन के प्रसिद्ध कथा वाचक श्री सुधीर जी महाराज ने भगवान राम , लक्ष्मण , भरत , शत्रुघन का जन्म , बधाई संदेश , बाला लीला एवं अहिल्या उद्धार के संदर्भ में विस्तार से बताया। सुधीर जी महाराज ने कहा कि बाबा विश्वामित्र ने तारका का उद्धार किया।भगवान श्री राम जब जनकपुर के लिए प्रस्थान किए तो रास्ते में अहिल्या का उद्धार किया। अहिल्या उद्धार प्रकरण से समाज को शिक्षा मिलती है कि भारी से भारी विपदा आने पर लोगों को धीरज से कार्य लेना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य को सहने की आदत होनी चाहिए। सहने से तीन लाभ होता है। विवेक व भक्ति की प्राप्ति तथा अवगुण का नाश होता है।
सुधीर जी महाराज ने बताया की जब जब इस पृथवि पर अधर्म बढ़ता है तब तब भगवान अनेक रूप मे अवतार लेकर भक्तो का दुख दूर करते है बुराइयों का विनाश करते है एवं धर्म की स्थापना करते है एवं बुराइयों का विनास ही राम राज्य की स्थापना है उन्होने कहा की राम राज्य तभी आयेगा जब हम अपने मन से बुराइयों का त्याग करेंगे और सच्चे मार्ग पर चलना आरंभ कर देंगे तभी राम राज्य आयेगा और हमारा भारत देश नगर खुशियो के सागर मे हिलोरे लेने लग जाएगा , हमलोग अपनी बुराइयों को हटाना नहीं चाहते और राम राज्य लाना चाहते है यह संभव नहीं है हम अपने घर मे राम को लाना चाहते है तो हमे दशरथ और माताओ को कोशल्या बनना होगा तब हमारे घर मे राम आएंगे , घर लंका जैसा और हम अपने घर मे राम चाहे तो यह संभव नहीं है ।
आज हुए कथा मे भक्तो की भारी भीड़ मौजूद थी जिनमे बड़ी संख्या मे महिला श्रद्धालु मौजूद थी , सुधीर जी महाराज के द्वारा गाये भजनो पर श्रद्धालुओ ने जमकर नृत्य किया एवं पूरा वातावरण राम नाम के उद्घोष से गूंज उठा एवं एक से बढ़कर एक झांकी प्रस्तुत किया गया जिसका लुत्फ लोगो ने उठाया कथा के अंत मे आरती कर भक्तो के बीच प्रसाद का वितरण किया गया ।