~ संवाद 2015 का थीम है ‘जनजातीय भाषाओं का परिरक्षण, संरक्षण और संवर्द्धन’~
~ संवाद 2015 में भाग लेंगे 19 राज्यों के 40 जनजातीय समुदायों के 1,500 प्रतिनिधि ~


जमशेदपुर।
इस्पात नगरी के क्षितिज पर देशज और जनजातीय संस्कृतियों के विविधतापूर्ण रंगों की अद्भुत छटा बिखरने वाली है। शहर 15 नवंबर से लेकर 22 नवंबर, 2015 तक जनजातीय सम्मेलन ‘संवाद 2015’ की मेजबानी करने को पूरी तरह से तैयार है। देश के 19 राज्यों के 40 जनजातीय समुदायों के 1,500 से प्रतिनिधि आठ दिनों तक चलनेवाले इस उत्सव में भाग लेने हेतु जमशेदपुर शहर की हृदयस्थली गोपाल मैदान में मौजूद रहेंगे।
विभिन्न सांस्कृतिक मंडलियों व दलों द्वारा प्रस्तुत किये जानेवाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा देसी व जनजातीय संस्कृतियों की झलक दिखानेवाली एक फोटो गैलरी, हस्तकला प्रदर्शनी एवं जनजातीय व्यंजन आदि इस सम्मेलन के मुख्य आकर्षण होंगे। देश की विशाल व समृद्ध जनजातीय विविधता का उत्सव मनानेवाले इस सम्मेलन का आयोजन देश के महान स्वतंत्रता सेनानी एवं आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की जयंती पर किया जा रहा है। इस अखिल भारतीय कार्यक्रम का आयोजन टाटा स्टील की सांस्कृतिक संस्था ट्राईबल कल्चरल सोसायटी द्वारा किया जा रहा है।
इस सम्मेलन का उद्घाटन टीवी नरेंद्रन, प्रबंध निदेशक, टाटा स्टील इंडिया व साउथ ईस्ट एशिया एवं श्री कौशिक चटर्जी, ग्रुप एक्जीक्यूटिव डाइरेक्टर (फिनांस व कॉर्पोरेट)द्वारा 15 नवंबर, 2015 को सायं 5 बजे किया जाएगा।
इस पहलकदमी पर टिप्पणी करते हुए टी वी नरेन्द्रन ने कहा, ‘हम टाटा स्टील के मूल्यों एवं आदर्शों के अनुरूप ही स्थानीय समुदाय एवं मूलवासियों के कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। इसी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए हमने पिछले वर्ष ‘संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया था, जो काफी सफल रहा। इस वर्ष हमें उम्मीद है कि जनजातीय समुदायों के लिए आयोजित किये जा रहे इस सम्मेलन में और ज्यादा विस्तृत भागीदारी होगी और विभिन्न जनजातीय समुदाय एक मंच पर एकत्रित होकर अपनी साझा विरासत, ज्ञान और विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।’