संवाददाता,जमशेदपुर ,06 मार्च


देश मे पढे लिखे बेरोजगार युवको को नौकरी के नाम पर बड़े पैमाने पर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है और इससे संबन्धित समाचार आए दिन अखबारो मे पढ़ा जा रहा है , नौकरी का झांसा दिलाकर लाखो रुपये युवको से धोखाघड़ी किया जा रहा है कुछ इसी तरह का मामला प्रकाश मे आया है जो इस प्रकार है ।
दिल्ली के हरीनगर मकान संख्या डी -90 जैतपुर , बदरपुर नई दिल्ली 44 के रहने वाले दिवाकर कुमार को टाटा पावर और टाटा टिनप्लेट कंपनी मे नौकरी का झांसा दिलाकर 3 लाख रूपिये ऐठ लिए गए ठगी का शिकार होने के बाद दिवाकर कुमार ने झारखंड के मुख्य सचिव सहित सभी अधिकारियों को डाक द्वारा आवेदन भेजकर आरोपी पर कड़ी कारवाई की मांग की है ।
दिवाकर कुमार ने बताया की टाटा पिगमेंट्स मे कार्यरत संचय कुमार सिन्हा , आरती अपार्टमेंट्स , गैर बस्ती मानगो जमशेदपुर झारखंड का रहने वाला है और उसने टाटा पावर और टाटा टिनप्लेट मे स्थायी नौकरी देने की पेशकश की और इसके लिए सभी प्रमाण पत्र संचय के मेल आईडी पर भेज दिया और नियुक्ति दिसंबर 2014 मे होनी थी ,दिवाकर के अनुसार संचय ने उसे बताया था की यह नौकरी उन स्थायी लोगो के बदले दी जाती है जो अक्सर बीमार रहते है और ऐसे लोग वोल्यूएंटर रिटायरमेंट ले लेते है और नए लोगो को अपनी नौकरी अदालत द्वारा एग्रीमेंट कर दे देते है इस काम को कंपनी यूनियन लीडर से मिलकर और एक प्रत्याशी पर 50 हज़ार यानि दो पर एक लाख यूनियन लीडर को दिया जाता है और पैसे लेने के बाद प्रत्याशी का आवेदन यूनियन द्वारा स्वीकृत कर लिया जाता है यह सभी काम गुप्त रूप से होता है ।
दिवाकर ने एक लाख रुपया 25 अगस्त को चेक के माध्यम से संचय कुमार को दिये और इसके बाद 2 सितंबर को 50 हज़ार 3 सितंबर को 40 हज़ार 4 सितंबर को 10 हज़ार 11 अक्तूबर को 50 हज़ार एवं 5 नवंबर को 50 हज़ार रुपैया संचय के अकाउंट मे एनईएफ़टी के माध्यम से संचय के कैनरा बैंक अकाउंट मे जमा किया और कुल तीन लाख रुपया संचय कुमार को दिया और बदले मे संचय ने 3 लाख का चेक दिया और कहा की नौकरी नहीं होने पर अपना पैसा वापस उठा लीजिएगा और जब 28 दिसंबर को टाटा पिगमेंट्स कार्यालय मे फोन किया तो संचय ने फोन उठाया और दूसरे को पकड़ा दिया और कह दिया की संचय रांची मे भर्ती है हमने संचय की आवाज पहचान ली और हमे ठगी का एहसास हो गया और जब हमने संचय द्वारा दिया गया चेक बैंक मे डाला तो वह 24-01-2015 को बाउंस कर गया इसके बाद जब हमने जानकारी लिया तो पता चला की संचय ने कई लोगो के साथ इस तरह की ठगी की है और उसे कंपनी से बैठा दिया गया है ।
दिवाकर ने बताया की उन लोगो ने अपना जमा पूंजी सभी मिलाकर किसी तरह तीन लाख रुपया संचय को दिया लेकिन अब क्या करे समझ मे नहीं आ रहा है उसने बताया की वह एसएसपी से गुरुवार को मिलेगा और न्याय की गुहार लगाएगा