जमशेदपुर। कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर शहर के सभी घाटों पर बुध्वार की सुबह स्नान, दान एवं सत्यकर्म के लिए भीड़ उमड़ी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा में सुर्योदय के समय संगम या बहते जल या नदी में स्नान कर दान करने से पृत्यों को क्षोम मिलता हैं और जीवन में कष्टों का अंत होता हैं। इन मान्याताओं के अनुसार काफी संख्या में श्रद्लु शहर के घाटों में पहुॅचे थे। इसे देखते हुए जिला प्रशासन सहित वरीय पुलिस अध्ीक्षक ने शहर के सभी 12 घाटों पर विशेष सर्तकता व निगरानी बरतने, शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए एक दर्जन दण्डाध्किारी सहित थाना स्तर पर पुलिस बल को प्रतिनियुक्त किया गया था। स्वर्णरेखा घाट साकची, स्वर्णरेखा घाट मानगो, दोमुहानी घाट, कपाली घाट सोनारी, स्वर्णरेखा नदी घाट बिष्टुपुर, सती घाट कदमा, स्वर्णरेखा भुईयाडीह घाट, भुईयाडीह बालू घाट व भुईयाडीह बस स्टैण्ड घाट सीतारामडेरा, बडौदा घाट बागबेड़ा, शिव पार्वती घाट जुगसलाई, कदमा सब स्टेशन घाट पर सबसे अध्कि भीड थी।
