अभिभावकों से संपर्क कर ड्रॉपआउट विद्यार्थियों को वापस लाया जा रहा है स्कूल
प्रवेशोत्सव अभियान को लेकर शिक्षकों तथा छात्रों को डिप्टी कलेक्टर ने किया प्रेरित
जमशेदपुर।
राज्य भर में चल रहे ” स्कूल चले अभियान ” के अलावा स्थानीय स्तर पर भी मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के द्वारा पूरे अप्रैल माह प्रवेशोत्सव अभियान चलाया जा रहा है। उक्त अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले के सरकारी स्कूलों में अधिकाधिक नामांकन तथा शून्य ड्रॉपआउट की स्थिति लाने हेतु एक सकारात्मक माहौल बनाना है.
आज सीताराम डेरा स्थित आदिवासी प्लस टू विद्यालय पहुंचकर संजय कुमार ने प्रवेशोत्सव एवं स्कूल चले अभियान की मौजूदा वस्तुस्थिति जांनने के बाद छात्र छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने आस पड़ोस में रहने वाले ड्राप आउट बच्चों से सम्बंधित जानकारी जुटाकर विद्यालय के प्रधानाचार्य या कक्षाध्यापक को जानकारी दें या फिर प्रवेशोत्सव के हेल्पलाइन नंबर पर बताएं। इतना ही नहीं छात्र छात्रायें स्वयं भी ऐसे बच्चों व उनके अभिभावकों को प्रेरित करे स्कूल में पुनः प्रवेश के लिए। जिस छात्र छात्रा या शिक्षक के प्रयास से किसी ड्रॉपआउट बच्चे को पुनः स्कूल में प्रवेश कराया जायेगा उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा। प्रधानाचार्य छोटन लोहरा ने बताया कि वे और उनके स्टाफ सदस्य न केवल ड्राप आउट बच्चो के घर सन्देश भिजवा रहे हैं बल्कि कुछ बच्चों के घर स्वयं भी जाकर उन्हें वापस स्कूल लाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने संजय कुमार को बताया कि इस सत्र में अब तक 25 नव नामांकन हो चुके हैं।
जिन ड्रॉपआउट को वापस लाया गया
पूर्व में स्कूल छोड़ चुके जिन तीन बच्चों को आज वापस स्कूल में प्रवेश कराया गया वे हैं माही रानी हेम्ब्रम, गीता सुंडी एवं राज कैवर्त्य।
उपस्थित थे
इस मौके पर प्रधानाचार्य छोटन लोहरा के अलावा शिक्षक भूपेंद्र मिश्रा , चन्द्रमुनि मोदी , विजय कुमार , गौरव कुमार तथा छात्र छात्रायें मौजूद थे।
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