छठी मैया को प्रिय हैं ठेकुआ और लड्डू जैसे पकवान

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कौशिक घोष चौधरी

जमशेदपुर । छठ पूजा का बिहार , झारखण्ड , उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों में विशेष महत्व होता है. छठ पूजा 2017 इस बार 27 अक्टूबर को है. छठ का त्योहार दिवाली के छह दिनों के बाद मनाया जाता है. इस व्रत को झारखण्ड , उत्तर प्रदेश और बिहार में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. ये त्योहार साल में दो बार आता है. इस व्रत को पारिवारिक सुख और समृद्धि के लिए किया जाता है. ये त्योहार तीन दिन तक मनाया जाता है. इस दौरान महिलाएं नदी या तालाब में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देती हैं. ऐसी मान्यता है कि जब पांडव जुए में अपना सारा राज-पाट हार गए तब द्रौपदी ने छठ का व्रत किया. तब से मान्यता है कि व्रत व पूजा करने से दौपद्री की मनोकामना पूरे हो गयी थी. तभी से इस व्रत को करने प्रथा चली आ रही है. शहर की सीताराम डेरा निवासी एवं छठ व्रती श्रीमती पूनम सिंह कहती है की  इस व्रत में  तरह तरह के व्यंजन बनाएं जाते हैं. छठ पूजा के प्रसाद में कई तरह के व्यंजन को छठ मैया को भोग लगाया जाता है I पूनम ने छठ त्योहार पर बनने वाले विभिन्न पकवानों के बनाने के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी :-

 ठेकुआ 

छठ त्योहार का सबसे लोकप्रिय डिश है ठेकुआ. ठेकुआ को गेहूं का आटा, घी, नारियल, गुड़, मेवे और दूध से तैयार किया जाता है. ठेकुए को कुकीज की तरह बनाया है. साथ ही ये बहुत हेल्दी भी होता है.

ठेकुआ बनाने की विधि

गुड़ को तोड़ कर पानी में डालें और फिर गर्म करें. बाद में छान लें. गुड़ के पानी में घी मिलाकर इसे थोडा़ ठंडा होने के लिए रख दीजिए.  किसी बर्तन में आटा निकाल लीजिए, इसमें इलायची पाउडर और कद्दूकस किया हुआ नारियल डाल दीजिए अब गुड़ के घोल के पानी से एकदम सख्त और हल्का सूखा आटा गूंथ कर तैयार कर लीजिये। अब इस आटे से ठेकुआ बनाएंगे.

कढ़ाई में तेल डालकर गरम कीजिये. आटे को हथेली की सहायता से लम्बे आकार में बाइन्ड करते हुये लोई बना लीजिए. लोई को हाथों से थोड़ा सा दबाव देते हुए डिजाईन में तैयार कर लीजिए. इसी तरह अगर गोल लोई बनाना चाहते हैं तो लोई को गोल आकार देते हुए गोल ठेकुआ बना लीजिए. आप घर में मौजूद छलनी, प्लास्टिक बास्केट या कद्दूकस का इस्तेमाल सांचे के तौर पर कर सकते हैं. इसके बाद ठेकुए को तल लें.जब ब्राउन हो जाएं तो निकाल लें और फिर सर्व करें.

चावल का लड्डू

चावल के लड्डू को चावल के आटे, मेवे, दूध से तैयार किए जाते हैं. चावल के लड्डू को स्पेशली छठ के पर्व पर बनाए जाते हैं. बच्चे इन लड्डुओं को खूब पसंद करते हैं.

चावल के लड्डू बनाने की विधि

सबसे पहले एक कढाई में घी गर्म करे . फिर इसमें चावल चावल का आटा मिलाकर हल्का ब्राउन होने तक भूनिए . फिर इसमें चीनी या बूरा मिलाएं. नारियल चुरा ,इलायची पावडर , काजू , किशमिश को अच्छे मिलाएं. तैयार मिश्रण के लड्डू बना लें.

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गन्ने की खीर

गन्ने की खीर विशेष रूप से बिहार राज्य में बनाई जाती है. इसे गन्ने के रस में चावल के साथ मिलाकर पकाया जाता है. गन्ने की छठ पूजा में भी शामिल किया है. गन्ने को छठी मैया का बेहद प्रिय फल माना जाता है.

गन्ने की खीर बनाने की विधि

सबसे पहले चावल को धोकर कड़ाही में घी डालकर भूनें. फिर काजू भी भून लें. अब दो गुना पानी डालकर चावल पका लें। जब चावल की एक कनी पकने को रह जाए, तब गन्ने के रस को डालकर धीमी आंच पर पकाएं. जब खीर पक जाए, तो गैस से उतार लें. इसमें मेवा डालें. ठंडा होने पर दूध मिला दें. तैयार गन्ने की खीर का आनंद उठाएं.

मालपुआ

मालपुआ कई राज्यों में बनाया जाता है. लेकिन हर जगह पकवानों को वहां की संस्कृति के हिसाब से बनाया जाता है. मालपुआ को चाश्नी में बनाया जाता है. जो लोग मिठ्ठे के शौकिन होते हैं उन्हें मालपुआ खूब पसंद होगा.

मालपुआ बनाने की विधि 

सबसे पहले मैदा, इलायची पाउडर, सोंफ पाउडर मिला लें. फिर इसमें खोया और दही डालकर मिला दीजिए. थोड़ा- थोड़ा पानी डालकर इसे अच्छे तरह मिला लें. चाशनी बनाने के लिए कढ़ाई में चीनी और पानी डालकर गैस पर उबलने के लिए रख दीजिए. अब एक पैन में तेल डालकर गैस पर गरम करने के लिए रखिए और मैदे के मिश्रण में बेकिंग सोडा डालकर मिला दीजिए. चम्मच में मैदे के घोल को भरकर कढ़ाई में गोल पूरी के आकार में फैलाएं. और धीमी आंच पर दोनों तरफ से हल्का ब्राउन होने तक तलकर निकालकर चाशनी में डाल दीजिए और बाकि सारे घोल से भी इसी तरह से मालपुआ बनाकर चाशनी में डाल दीजिए. आपका मालपुआ तैयार है.

बालूशाही

बालूशाही मिठाई को मैदा, शक्कर, दही और घी के तैयार किया जाता है. इसे छठ पूजा के प्रसाद के लिए तैयार किया जाता है. वैसे तो कई तरह के पकवान इस दिन बनाए जाते हैं. लेकिन बालूशाह छठ पर बनने वाले पकवानों में लोकप्रिय मिष्ठानों में से एक है.

 

बालूशाही बनाने की विधि

बालूशाही बनाने के लिये सबसे पहले मैदा को एक बड़े बरतन में छान लें. इसके बाद मैदा में दही और बेकिंग सोडा डालकर मिलाइए और गुनगुने पानी की सहायता से हल्का टाइट गूंथ लीजिए. जब सारी सामग्री एक अच्छी तरह से मिक्स हो जाए तब आटे को गीले कपड़े से ढ़क कर 20 मिनट के लिए रख दीजिए. 20 मिनट बाद आटे को हल्के हाथों से फिर से एक बार गूंध लीजिए. और फिर आटे की छोटी-छोटी लोइयां बना लीजिए. इन लोइयों को गोल करने के बाद हथेली की सहायता से दबा कर अच्छे से चपटा कर लीजिए. और फिर ऊपर से अंगूठे से दबा कर बीच में गड्ढा बना लीजिए. अब गैस पर एक कडाही में घी डाल कर गरम करने के लिए घी गरम होने पर आंच को धीमी कर दीजिए और अच्छे से पलट- पलट कर तल लीजिए. चाश्नी के लिये चीनी को पानी में डालकर गर्म करें। तली हुई बालूशाही इसमें डाल दें. करीब 20 मिनट चाश्नी में रहने दें। अच्छे से बाहर निकाल कर सर्व करें. आपकी बालूशाही तैयार है.

 

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