विधायक शशिभूषण सामाड ने गांव पहुंच कर मृतक के परिजनों को किया मदद, देर शाम को शव का हुआ अंतिम संस्कार
चक्रधरपुर
चक्रधरपुर प्रखंड के केंदो पंचायत अंतर्गत कुरूलिया नंबर-2 गांव में अंधविश्वासी युवक ने अपनी फूफी सास को मौत की नींद सुला दिया. उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर डायन के संदेह में हंसुआ, डंडा व कुल्हाड़ी से पीट पीट कर हत्या कर दी. जिसके बाद दोनों युवक शव को खेत में छोड़ कर फरार हो गये. जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह करीब नौ बजे 50 वर्षीय महिला मनप्यारी देवी (फूफी सास) घर के समीप खेतों में धान काट रही थी. इस बीच दामाद रंजीत प्रधान व उसके दोस्त विकास प्रधान खेत में घुसे और महिला के साथ बहस करने लगे. दामाद ने आरोप लगाया कि तुमने ही मेरे बेटे की जान ली है. तुम डायन हो कहते हुए दोनों ने मनप्यारी देवी पर कुल्हाड़ी, हंसुआ व डंडा से बेरहमी से पीट कर हत्या कर दिया. हत्या के बाद दोनों गांव से फरार हो गये. महिला की सिर, दोनों हाथ, कमर में जख्म के बहुत सारे निशान हैं. जिससे महिला की घटना स्थल में ही मौत हो गयी. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने चक्रधरपुर थाना को सूचना दिया. सूचना पा कर थाना के एएसआई राजेश कुमार व बीबी सिंह घटना स्थल पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल भेज दिया. दोनों आरोपियों को पुलिस तलाश करने में जुट गयी है. मालूम रहे कि मृतक मनप्यारी देवी के भाई गोविंद चंद्र प्रधान की बेटी के साथ रंजीत प्रधान का विवाह हुआ है. जिससे रिश्ते में रंजीत प्रधान मनप्यारी देवी का दामाद लगता है. मृतक के दो बेटे परमेश्वर प्रधान व नागेश्वर प्रधान बैंगलोर में काम करते हैं. वह अपने दोनों बहु के साथ रहती थी. हत्या की सूचना उनके बेटों को दे दिया गया है.
हत्या का कारण
रंजीत प्रधान के डेढ़ साल का एक पुत्र अरमान प्रधान की मौत दस दिन पहले निमोनिया बीमारी से हो गयी थी. बच्चे को निमोनिया होने के साथ-साथ वह मोबिल भी पी लिया था. जिससे उसकी मौत दस दिन पहले हो गया था. जिससे रंजीत प्रधान गुस्सा में था और फूफी सास मनप्यारी देवी को मारने के लिए मौका खोज रहा था. रविवार की सुबह खेत में अकेले धान काटते देख कर सास को डायन बता कर हत्या कर दिया.
समाज से अंधविश्वास को दूर हटाना होगा : विधायक
घटना की सूचना मिलते ही विधायक शशिभूषण सामाड कुरूलिया गांव पहुंचे और ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली. विधायक ने मौके पर उपस्थित पुलिस बल को आदेश दिया कि ऐसे हत्यारों को किसी भी हाल में बख्शा ना जाए. उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. विधायक श्री सामाड ने कहा कि हमें ऐसे अंधविश्वास से दूर रहना चाहिए. किसी भी बीमारी के इलाज हेतु ओझा-गुनी के चक्कर में ना पड़कर डॉक्टर के पास जाना चाहिए. विधायक ने मृतक के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को लकड़ी की व्यवस्था एवं आर्थिक मदद किये.
मनप्यारी देवी मिलनसार महिला थी : ग्रामीण
झारखंड पिछड़ी मोर्चा के संयोजक जयजगन्नाथ प्रधान एवं अन्य ग्रामीणों ने कहा कि मृतक मनप्यारी देवी मिलनसार महिला थी. उन्हें उनके भतीजा दामाद ने डायन के संदह के हत्या कर दिया. दरअसल कुछ दिन पहले आरोपी व्यक्ति रंजीत प्रधान के बेटे की मृत्यु निमोनिया बीमारी के कारण हो गई थी. तब से उन्हें मनप्यारी देवी पर संदेह था.
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