

मणि भाई
गोड्डा ।
अडानी पावर प्लांट (प्रस्तावित) के खिलाफ ‘हुंकार सभा’ को संबोधित करते हुए वृंदाकरात आज झारखंड सरकार पर बरसती नज़र आईं। गांधी मैदान (अशोक स्तंभ) के पास आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कम्युनिष्ट नेता पहले तो डोभा अभियान को लेकर रघुवर सरकार की पीठ थपथपाते नज़र आईं वहीं तुरंत बाद अडानी पावर प्लांट (प्रस्तावित) पर भाजपा सरकार की जमकर खिंचाई (सरकारी आंकड़ों के आधार पर) करते नज़र आईं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जिस पावर प्लांट को चलाने में हर दिन 10 करोड़ लीटर पानी लगेगा यानी महीने का 300 करोड़ लीटर और साल का 3650 करोड़ लीटर पानी वो भी बांग्लादेश को 100% बिजली बेचने के लिए लगेगा तो इस छेत्र (गोड्डा) का क्या होगा? प्रस्तावित छेत्र का दौरा कर चुकीं वृंदाकरात ने कहा कि प्लांट के लिए प्रस्तावित छेत्र (मोतिया) तो पूरी तरह कृषि प्रधान और पशुधन बाहुल्य छेत्र है फिर भाजपा सरकार कृषि और पशुपालन विकास पर जोर क्यों नहीं दे रही? :