गोड्डा ।

अडानी पावर प्लांट को लेकर रविवार को पर्यावर्णीय जनसुनवाई में बवंडर मचते देखा गया, दिन के करीब 11 बजे से शुरू हुई जनसुनवाई आधे घंटे बाद ही रणभूमि में तब्दील हो गई। यूं तो कार्यक्रम में अडानी के समर्थकों और विरोधियों को अलग-अलग अंदाज में समर्थन और विरोध की आवाज बूलंद करते देखा गया, मगर 10-12 समर्थकों के अलावा दूसरे को माइक न दिया जाना बवाल का कारण बन गया। शुरूआत एक महिला की आपत्ति से हुआ जिसके बाद विरोधी स्वर तेज हो गया। जिसके तत्काल बाद कार्यक्रम स्थल पर कुर्सियां फेंककर विरोधी सुर तेज हो गया, तथा अडानी के खिलाफ नारेबाजी तेज हो गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल द्वारा तत्काल बल प्रयोग शुरू हुआ तो दूसरे तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई। माहौल पूरी तरह से अनियंत्रित हो गई जिसके बाद पुलिस बल द्वारा लाठी चार्ज किया गया तथा 10-12 आंसू गैस फायर किया गया। पूरे वाकये को लेकर लोगों का आरोप है कि पर्यावरणीय जनसुनवाई का मंच पूरी तरह से अडानी पदाधिकारियों द्वारा हाइजेक कर लिया गया था, जितने लोगों को बोलने का मौका दिया गया वो सभी अडानी समर्थक थे। : Mani Bhai