जमशेदपुर।


झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह के नेतृत्व में टाटा मोटर्स गेट के समीप मजदूरों के न्याय को लेकर गेट मीटिंग किया गया ।गेट मीटिंग को संबोधित करते हुए अभय सिंह ने कहा टाटा मोटर्स कंपनी बरसों पुरानी इस शहर की नहीं बल्कि विश्व की प्रतिष्ठित कंपनी है ।
यहां के मजदूरों ने अपनी मेहनत कश पसीना बहाकर इस कंपनी को एक प्रतिष्ठित कंपनी बनाकर विश्व के क्षितिज पर स्थापित किया है। जमशेदपुर शहर को बसाने वाले टाटा के फाउंडर जमशेदजी नसरवानजी टाटा के सपनों का यह शहर में कई कंपनी बसी हुई है, उसमें एक टाटा मोटर्स की कंपनी भी है लेकिन आज टाटा मोटर्स के अधिकारियों के कारण प्रबंधक की तानाशाही के कारण, आज मजदूरों के अंदर में भय व्याप्त है मजदूरों के अंदर कब किसकी नौकरी चली जाए किसे बर्खास्त कर दिया जाए किसे काम से बैठा दिया जाए या भय का वातावरण बना हुआ है ।
जबकि आज से 15 वर्ष पहले यहां के मजदूरों के अंदर में इस तरह का भय नहीं था लेकिन जिस प्रकार मजदूरों के बीच में प्रबंधक के द्वारा तानाशाही प्रवृत्ति के कारण भय का वातावरण बना हुआ है
यह बिल्कुल ही प्रबंधक और मजदूर के बीच में असमानता है जो ठीक नही है। इससे व्यथित होकर मजदूरों के शहर में मजदूरों के ऊपर अन्याय यह झारखंड विकास मोर्चा के कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं कर सकते है । आज विवश होकर एक प्रतिष्ठित कंपनी के समक्ष हम आपको चेतावनी जनसभा के माध्यम से मजदूरों पर हो रहे अत्याचार को बंद करने के लिए आगाह करने आए हैं हम नहीं चाहते हैं की प्रबंधक के विरुद्ध हम कोई आंदोलन करें पर मजदूरों की दयनीय स्थिति और भयावह स्थिति देखकर यह महसूस होता है कि हम सभी कार्यकर्ता इस मुद्दे में आपके तानाशाही प्रवृत्ति के कारण हमें लोकतांत्रिक ढंग से मजदूरों के हक और हुकूक की लड़ाई को लेकर आगे बढ़ना होगा और इसी के तहत प्रथम चरण में आज हम केवल चंद लोगों को लेकर जो मजदूर के समस्याओं का निदान चाहते हैं वैसे लोग आज आपकी गेट के समक्ष गेट मीटिंग करने आए हैं मैं आपसे आग्रह करता हूं कि मजदूर विरोधी नीति को बंद करें अन्यथा हमारा आंदोलन लगातार क्रम बृद्ध चालू होगा ।यह आंदोलन केवल जमशेदपुर तक ही सीमित नहीं है बल्कि पूरे झारखंड का आंदोलन बनाकर मजदूरों के पक्ष में हम हजारों लोग सड़कों पर उतरकर सरकार की नीति और प्रबंधक की नीति के गठजोड़ का पर्दाफाश करेंगे और साथ ही यह भी बताना चाहते हैं कि हर मजदूरों के भय है ।
1. पहली मांग बाय सिक्स के कर्मचारियों को नियमित आप वर्क दें क्योंकि उन्होंने अपना सारा समय अपने जीवन का बहुत बड़ा समय इस कंपनी को दिया लेकिन आज उनके बच्चों के समक्ष आज कहीं ना कहीं भूखमरी की नौबत आ गई है और प्रबंधक जानबूझकर यह स्थिति पैदा की है दूसरी ओर सरकार भी इस मामले में चुप्पी साधे है यह गठजोड़ को अब मजदूर जान चुके है ।जबकि यहां के मुख्यमंत्री इसी क्षेत्र से से आते हैं
2.दूसरी ओर परमानेंट काम को ट्रेंडिंग नौजवानों के साथ आप प्रोडक्शन कराते हैं जो न्याय संगत नहीं है। इसी कारण बाई सिक्स कर्मचारियों को उनको पूरा काम नहीं मिलता है जो श्रम कानून का उल्लंघन है और यह मजदूर विरोधी नीति है अपनी मजदूर को काम नहीं और ट्रेनिंग वर्करों के द्वारा प्रोडक्शन कराना यह मजदूर विरोधी नीति है
3. आज कई वर्षों से ग्रेट रिवीजन नहीं नहीं हुआ जो इस कंपनी के कथनी करनी का पोल खोलता है ग्रेड रिवीजन के कारण आज मजदूरों के अंदर में संशय की स्थिति बनी हुई है।
मजदूरों के अंदर कोई भय व्याप्त ना हो हर व्यक्ति से गलतियां होती है लेकिन आपकी कंपनी के अधिकारियों द्वारा भारत के संविधान, श्रम कानून का उल्लंघन और साथ ही एक समानांतर न्यायालय के तहत समानांतर सरकार भी चलाई जाती है न्यायालय के आने के पहले ही आप मजदूरों को दंड देते हैं इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है आज मजदूरों के समक्ष भुखमरी की नौबत आ गई है बाई सिक्स के मामले में आपने किस आधार में सिस्टम को परिवर्तन करते हुए केवल दो बायसिक्स कर्मियों को गलत तरीके से आपने परमानेंट किया जबकि आपके कंपनी के लिए सारे बाइसिक्स कर्मी एक ही समानता के अधिकार थे।
4.. आज टाटा मोटर्स अस्पताल में आयुष्मान भारत के नियम लागू नहीं होने के कारण मरीजों को 14 15 किलोमीटर दूर दूसरे अस्पताल में जाना पड़ता है जबकि भारत सरकार के नियम टाटा मोटर्स अस्पताल में भी लागू होना चाहिए टाटा मोटर्स प्रबंधक नहीं चाहती है यहां आसमान भारत का लाभ आम जनता को मिले जो बिल्कुल ही मानवीय है जबकि अस्पताल सरकार की जमीन पर नागरिक सुविधा के लिए दी गई है और जिसका रेंट कुछ मात्र लिया जाता है जो केवल कानून की धज्जियां नहीं बल्कि टाटा लीज एग्रीमेंट की भी अवमानना है आज लीज एग्रीमेंट का सबसे ज्यादा उल्लंघन कारपेट कंपनी के द्वारा हो रहा है इसे हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे ।
हम सभी भारत के नागरिक हैं और हर व्यक्ति को संवैधानिक रूप से लोकतांत्रिक रूप से मजदूरों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ हर सघर्ष करने के लिए तैयार हैं अगर हमारी इन बातों पर प्रबंधक के द्वारा गंभीरता पूर्वक विचार नहीं किया जाता है तो हम क्रमवार कई आंदोलन खड़ा करेंगे जिसकी जिम्मेवारी टाटा मोटर्स प्रबंधक को होगा और मजदूर के लिए हमें अगर जेल भी जाना पड़े तो हम उस आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे ।
आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से पार्टी के जिला के अध्यक्ष बबुआ सिंह ने भी चेतावनी दी कि 15 दिन के अंदर अगर बाइसिक्स कर्मचारियों की समस्याओं का निदान नही होता तो विवश होकर क्रमबद्ध आंदोलन के तहत टाटा मोटर्स के गेट को जाम करेंगे ।
यह कार्यक्रम प्रातः 10:00 बजे से समय के अनुसार 12:30 बजे तक चला ।
अंत में टाटा मोटर्स के एचआर के वरीय पदाधिकारी आकर प्लांट हेड के नाम ज्ञापन लिए उन्होंने आश्वासन दिया इस विषय को हम लोग गंभीरता पूर्वक विचार करके अमल में लाएंगे ।
आज के कार्यक्रम में लल्लन चौहान ताराचंद कालिंदी, अजीत सिंह ,सुमित श्रीवास्तव, रीना चौधरी, दीपक महानंद, राजेश त्रिपाठी ,नरेश अग्रवाल, शेखर राव राजकुमार वर्मा, विकास जयसवाल मोहम्मद इमरान खान ,बच्चे लाल भगत , यशोदा देवी , कांची लोहार संतोष पप्पू सरदार रणजीत सिंह ,सरदार बिल्ला सिंह सूर्यकांत झा , सरदार डिंपल सिंह, शशि मिश्रा ,रंजन सिंह ,अमित मिश्रा, सुरेंद्र कुमार धर्मेंद्र कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में गगनभेदी नारे के साथ टाटा मोटर्स होश में आओ मजदूर विरोधी नीति बंद करो मुख्यमंत्री होश में आओ या नारा लगा रहे थे