
जमशेदपुर।
पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता डॉ. अजय कुमार ने पहलगाम की हालिया घटना को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह हमला केवल एक स्थानीय घटना नहीं है, बल्कि इससे देश की सुरक्षा और नीति से जुड़े बड़े सवाल खड़े होते हैं। ऐसे में संसद का विशेष सत्र बुलाना जरूरी है ताकि देश को बताया जा सके कि आखिर पहलगाम में हुआ क्या था और सरकार ने इस पर क्या कदम उठाए।
डॉ. अजय कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि जब 1962 में चीन के हमले के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू संसद का विशेष सत्र बुला सकते हैं, जब 26/11 मुंबई हमलों के बाद संसद की विशेष बैठक हो सकती है, तो पहलगाम जैसी बड़ी घटना के बाद संसद क्यों नहीं बुलाई जा रही?
उन्होंने कहा कि यह सवाल सिर्फ विपक्ष का नहीं, बल्कि पूरे देश का है। उन्होंने यह भी बताया कि मोदी सरकार ने पहलगाम हमले के बाद विदेशों में भारतीय सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजा ताकि वहां की सरकारों को भारत की स्थिति से अवगत कराया जा सके। लेकिन सवाल यह है कि क्या हमारे देश के सांसदों और जनता को इस विषय पर जानकारी देने की ज़रूरत नहीं है?
डॉ. अजय कुमार ने सरकार से मांग की कि वह तत्काल एक विशेष सत्र बुलाकर देश को बताए कि पहलगाम हमले की जिम्मेदारी किस पर है, सुरक्षा में चूक कहां हुई, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या योजना बनाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि जब-जब देश पर संकट आया है, लोकतंत्र ने संवाद के ज़रिए समाधान तलाशा है। आज भी जरूरत है कि सरकार विपक्ष की आवाज़ को दबाने की बजाय संसद में चर्चा करे, क्योंकि पारदर्शिता ही लोकतंत्र की असली ताकत है।
देश आज जवाब चाहता है। पहलगाम की सच्चाई सामने आनी चाहिए और इसके लिए संसद ही सबसे उपयुक्त मंच है।