
जमशेदपुर।
धरती आबा बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि के अवसर पर बिरसा क्लब बरागाड़िया में एक भावपूर्ण और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पारंपरिक पांता नाच की रंगारंग प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे सांसद पुत्र व समाजसेवी कुनाल महतो और सांसद प्रतिनिधि कुमार गौरव का स्थानीय कमेटी द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
मांदल की थाप पर थिरके कुनाल महतो
कार्यक्रम की शुरुआत बिरसा मुंडा और अन्य महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इसके बाद पारंपरिक वाद्ययंत्रों की थाप पर स्थानीय नृत्य दलों ने पांता नाच की शानदार प्रस्तुति दी। इसी दौरान समाजसेवी कुनाल महतो भी मांदल की थाप पर थिरकते नजर आए, जिससे कार्यक्रम में और भी उत्साह का माहौल बन गया। उनकी सहभागिता ने ग्रामीणों का दिल जीत लिया।
बिरसा मुंडा को किया गया याद
अपने संबोधन में कुनाल महतो ने कहा:
“बिरसा मुंडा न केवल एक स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि वे आदिवासी समाज की आत्मा और प्रेरणा हैं। हमें उनके संघर्षों से प्रेरणा लेकर समाज को एकता, न्याय और समरसता की ओर ले जाना है।”
उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को चाहिए कि वह बिरसा मुंडा के बलिदान और सिद्धांतों को जाने और अपनाए।
ग्रामीणों ने लिया संकल्प
कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों ने समाज में भाईचारा, समरसता और आदिवासी संस्कृति को सहेजने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में दुर्गा मुंडा, अशोक मुंडा, सुनील मुंडा, धीरेन मुंडा, रामजीत बेसरा, बुलेट मुर्मू, सलाई बेसरा, तपन पैरा, राजेश पात्र समेत दर्जनों ग्रामीण उपस्थित रहे।
आयोजन में दिखा सांस्कृतिक गौरव
बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर आयोजित यह कार्यक्रम न सिर्फ श्रद्धांजलि का प्रतीक बना, बल्कि यह आदिवासी सांस्कृतिक विरासत की जीवंत प्रस्तुति भी बना। कार्यक्रम में सहभागिता और ग्रामीणों की उपस्थिति ने यह स्पष्ट किया कि आज भी धरती आबा के विचार लोगों के दिलों में जीवित हैं।