तेलंगाना बिल पेश करते समय संसदआज विश्व में लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर -भारतीय संसद में आंध्र प्रदेश के कुछ सांसदों ने जिस तरह की हरकत की ,उससे पूरे विश्व के सामने देश का सिर शर्म से झुका दिया.. संसद भवन के भीतर पूरे सदन के सामने काली मिर्च पाउडर का छिड़काव करना ,चाकू निकलना,कौन सी संसदीय व्यवस्था और संसद के प्रति भाव को दर्शित करता है.शायद ये बेशर्म नेता ये नहीं समझते कि वे सड़क पर या किसी चौपाल पर नहीं बल्कि देश के सबसे बड़े लोकतान्त्रिक मंदिर के छत के नीचे बैठे हैं और देश सहित पूरे विश्व की निगाह इस मंदिर पर रहती है.कौन सा सन्देश देना चाहते हैं ये गैर जिम्मेदार सांसद. क्या इसी लफंगागिरी के लिए जनता ने उनको संसद में भेजा है ?क्या यही तरीका है विरोध करने का? शर्म आती है ऐसे नाकाबिल सांसदों पर और इससे ज्यादा दया आती है ऐसे नेताओं पर ,क्योंकि ये संसद तक तो किसी तरह पहुँच गए पर संसद की मर्यादा और सार्वजनिक जीवन की मर्यादा अभी तक नहीं सीख पाये… ..लानत है ऐसे नेताओं पर….
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