रेल बजट- टाटा को मिली एक ट्रेन ,.लोगो ने कहा निराशजनक बजट

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रवि कुमार झा,जमशेदपुर ,08 जुलाई

रेल मंत्री संदानद गौङा ने सासंद में अपना रेल बजट पेश कर दिया  सांसद मे पेश किए गए इस रेल बजट मे टाटानगर बासियो को सप्ताहिक ट्रेन की सौगात जरुर मिली है लेकिन उसके अलावे कुछ  भी नही मिला है ।जमशेदपुर के नागरिको के अनुसार झारखंड के लिए बेहद निराशाजनक बजट रहा ।

जमशेदपुर के भाजपा के पुर्वी के  विधायक रघुवर दास ने कहा कि ये बजट रेल को आगे दिशा मे  ले जाएगा। उन्होने कहा कि  आजादी के बाद देश का आंतरिक विकास अधुरा था । मोदी सरकार ने रेलवे के समग्रता को देखते हुए आधुनिककरण को देखते हुए विकास के दीर्घ कालीन नीति तैयार की है जिसमे राज्य सरकार और निजी क्षेत्र की  भुमीका शामील  हैं।

पूर्व सांसद डाॅ अजय कुमार ने प्रेस बयान जारी कर कहा गया कि मोदी सरकार की रेल बजट झारखंड व झारखंड वासियों के लिये निराषा जनक बजट है इस बजट में सरकार द्वारा झारखंड जैसे पिछडें राज्यों की उपेक्षा की गई है। जबकि इन राज्यों के विकास में रेलवे का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। मोदी सरकार ने रेलवे बजट के नाम पर केवल लोगों को  भ्रमित करने के लिये स्पीड ट्रेन , बुलेट तथा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरषीप जैसे योजनाओं की घोषणा की गई है। सरकार ने पहले ही रेलवे का किराया बढाकर आम लोगों के प्रति अपनी जबाबदेही के प्रति संवेदनहीनता दिखा चुकी है। ऐसे में इस सरकार से कुछ भी उम्मीद करना बेमानी है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि हमने सांसद के कार्यकाल के दौरान बजट में हर बार जमशेदपुर के लिये रेलवे से कई सुविधायें  लेकर आया  जैसे कि रात्री रेल परिचालन , यशवंतपुर ट्रेन को रोजाना करने। टाटा अमृतसर एक्सप्रेस में पेंट्रीकार की सुविधा, एल्लेपी एक्सप्रेस में कोचों की हालात में सुधार , जुगसलाई में ओवर ब्रीज या अंडर बी्रज का निर्माण, जैसे सुविधायें शहर को दिलाने का कार्य किया गया । जबकि बीजेपी सरकार और सांसद होने के बावजूद ना तो जमशेदपुर ना ही कुछ खास झारखंड को मिला

आदित्यपुर स्मॉल इण्डास्ट्रीज एसोसिशन के अध्यक्ष एस एन ठाकुर ने कहा कि ये बजट  झारखंड वासियो के  लिए बेहद निराशाजनक बजट है झारखंड से 12 सीट प्राप्त होने के बाद भी कुछ  भी प्राप्त नही हुआ।एक मात्र ट्रेन देकर झारखंडवासियो को ठगने का काम किया गया।

काग्रेसी नेता सुरेशधारी ने कहा कि मोदी सरकार के द्वारा पेश किया गया बजट बेहद निराशाजनक रहा।मोदी सरकार ने रेल को निजी हाथो ने बेचने की तैयारी शुरु कर दी है और उसी के पहले चरण इस बजट मे दिखा।

सिहंभूम चैबर ऑफ कार्मस के अध्यक्ष सुरेश संथालिया ने कहा कि  झाऱखंड वासियो के लिए बेहद निराशाजनक बजच रहा ।कई मांगे थी उसे रेलवे चाहता तो आसानी से पुरा कर सकता था लेकिन रेलवे ने झारखंडवासियो के साथ एक बार फिर निराशा किया।

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