Jamshedpur News:जी हां गड्ढों और बरसाती पानी से भरी ये सड़क स्टील सिटी, क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी जमशेदपुर की ही है

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ANNI AMRITA

अन्नी अमृता

जमशेदपुर.

क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी और स्टील सिटी कहे जानेवाले जमशेदपुर की एक दूसरी हकीकत भी है. जहां टाटा कमांड एरिया की सड़कें चमचमाती नजर आती हैं तो वहीं गैर कमांड एरिया के कई इलाकों की सड़कें खस्ताहाल हैं. यकीं न हो तो जुगसलाई से टाटानगर स्टेशन के रास्ते सफर कर लीजिए. टाटा पिगमेंट गेट तक एकतम चमचमाती चौड़ी सड़क मिल जाएगी, लेकिन जैसे ही आप जुगसलाई अंडर ब्रिज से गुजरेंगे वहां आप गड्ढों से भरी सड़क पाएंगे जिस पर बारिश के मौसम में पानी भरा रहता है. अगर आप बाइक या स्कूटी से हैं तो यहां फंसना तय मानिए. यहां एक से बढ़कर गड्ढे आपके स्वागत में हैं जहां गाड़ी बचाकर चलने में महारत की प्रैक्टिस हो जाएगी. कार वाले तो किसी तरह बच बचाकर निकल जाते हैं.

चूंकि जमशेदपुर के जन प्रतिनिधि बड़ी बड़ी गाड़ियों में चलते हैं तो उनको सड़कों के गड्ढे नजर नहीं आते. वे स्टेशन कम ही जाते हैं, वे रांची एयरपोर्ट जाकर फ्लाइट पकड़ते हैं तो उनको जनता की तकलीफ से क्या लेना देना. यही वजह है कि उनकी तरफ से एक आवाज तक नहीं उठती. जहां तक रेलवे का सवाल है तो अपने इलाके का कितना ध्यान रखा है यह तो टाटानगर स्टेशन के ओवरब्रिज की हालत देखकर ही जाना जा सकता है जिसकी हालत पर हो हल्ला हुआ तो गड्ढों को भरने की खानापूर्ति कर दी गई. न जाने ओवरब्रिज की सड़क कब बनेगी.

कुल मिलाकर झारखंड की ओद्योगिक राजधानी के आम लोग बेहाल हैं. जुगसलाई की लाखों की आबादी और ट्रेन पकड़ने टाटानगर स्टेशन जानेवाले लाखों लोग रोजाना ऐसी समस्याओं से दो चार होते हैं. अगर थोडा समय लेकर किसी कारण नहीं चल पाए तो रास्ते में जाम में फंसकर ट्रेन छूटने का भी खतरा रहता है.

रोजाना इस रास्ते से हजारों स्कूली बच्चे इन्हीं हालातों में गुजरते हैं जहां गड्ढों से भरी सड़क पर बरसात का पानी लबालब भर जाता है. रेलवे और जनप्रतिनिधि बेपरवाह हैं. लोग परेशान हैं.क्या इसी में टाटा की शान हैं? सोचिए जरा. क्या टाटा स्टेशन पर उतरकर जुगसलाई अंडर ब्रिज से गुजरकर शहर आनेवाला शख्स जमशेदपुर को वह मानेगा जैसा इसको बताया जाता है. जो लोग टाटानगर स्टेशन उतरकर आस पास जाते होंगे वे यहां से जमशेदपुर की कौन सी इमेज लेकर जाते होंगे यह यहां के जनप्रतिनिधियों, काॅरपोरेट हाऊसों और जिला प्रशासन के लिए सोचने का विषय है.

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