अजीत कुमार, जामताड़ा,09 जनवरी


राष्ट्रीय साक्षरता मिशन में किताब खरीदी में गड़बड़ी को लेकर माहौल गर्म हो गया है। मामला संज्ञान में आते हीं डीसी शशरिंजन प्रसाद सिंह ने जांच बैठा दी है। दूसरी ओर घोटाले की बात कहते हुए सताधारी दल भाजपा और आजसू ने भी आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है। मामले को कार्रवाई तक पहुचाने की बात कह रहें है।
मीडीया में खबर आने के बाद डीसी ने
जानकारी के लिए फौरन जिला शिक्षा पदाधिकारी को तलब किया। जब उनसे जानकारी चाही तो वे कुछ भी बताने में सक्षम नही हुए। जो बताया उसमें भी कन्फयूजन की स्थिति हो गई। इसके उपरांत डीसी ने डीईओ अरविन्द कुमार को जिला साक्षरता समिति के सचिव से जानकारी प्राप्त करने का निर्देश दिया। हालांकि जिला साक्षरता सचिव राॅची में खुद होने की बात कह कर पल्ला झार लिये। वहीं डीसी ने सख्ती दिखाते हुये उक्त मामले में अब तक किस ढंग से साक्षरता समिति के कार्यों का निपटारा हुया तथा अनपढ़ लोगों के लिये खरीददारी किये गये पाठ्य पुस्तकों एवं स्लैट, पैंसिल तथा कलम एवं कागजात अब तक क्यों नहीं वितरण किया गया। इस संदर्भ में डीईओ से जांच कर प्रतिवेदन मांगा है।
मालुम हो कि जिले में वितिय वर्ष 2007-08 में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के तहत जिले में अनपढ़ व्यक्तियों जिनका उम्र 15 से 35 आयु वर्ग के लोगों को पुस्तक वितरण करने का जिम्मा राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के तहत जिला को प्राप्त हुया था। जिसमे उक्त जिला को लाखों रूप्ए की राशि प्राप्त हुई थी।