रांची : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत बड़ी तेजी से अपने ही दल
के नेताओं के निशाने पर आ रहे हैं। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के
कार्यक्रम के बाद उनकी खिलाफत करने वाले कांग्रेसियों की संख्या बढ़ी है।
स्पष्टता से अपनी बात रखने वाले पूर्व मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने सुखेदव
भगत की राजनीतिक समझ को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है। 1 उधर,
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ झंडा उठाए मंत्री ददई दुबे के रूख का
विरोध करने पर भी उन्हें नाराजगी ङोलनी पड़ रही है। दुबे ने उन्हें
अनुभवहीन करार देते हुए सीख दी है कि जूनियर नेता डिक्टेट न करें तो
बेहतर होगा। राज्यसभा सदस्य प्रदीप कुमार बलमुचू ने मौके-बे-मौके उनके
खिलाफ आरोप लगाए तो वे बयानबाजी के सिवाय ज्यादा कुछ नहीं कर पाए। प्रदेश
कांग्रेस की नई कमेटी के स्वरूप पर भी वरीय नेताओं में गुस्सा है जो कभी
भी खुलकर सामने आ सकता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तेजी से अपनों के
आरोपों से ही विवादों के घेरे में आ रहे हैं।राज्य ब्यूरो, रांची :
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत बड़ी तेजी से अपने ही दल के
नेताओं के निशाने पर आ रहे हैं। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के
कार्यक्रम के बाद उनकी खिलाफत करने वाले कांग्रेसियों की संख्या बढ़ी है।
स्पष्टता से अपनी बात रखने वाले पूर्व मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने सुखेदव
भगत की राजनीतिक समझ को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है। उधर, मुख्यमंत्री
हेमंत सोरेन के खिलाफ झंडा उठाए मंत्री ददई दुबे के रूख का विरोध करने पर
भी उन्हें नाराजगी ङोलनी पड़ रही है। दुबे ने उन्हें अनुभवहीन करार देते
हुए सीख दी है कि जूनियर नेता डिक्टेट न करें तो बेहतर होगा। राज्यसभा
सदस्य प्रदीप कुमार बलमुचू ने मौके-बे-मौके उनके खिलाफ आरोप लगाए तो वे
बयानबाजी के सिवाय ज्यादा कुछ नहीं कर पाए। प्रदेश कांग्रेस की नई कमेटी
के स्वरूप पर भी वरीय नेताओं में गुस्सा है जो कभी भी खुलकर सामने आ सकता
है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तेजी से अपनों के आरोपों से ही विवादों के
घेरे में आ रहे हैं।

