पटना | बिहार में विधान परिषद की खाली सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए आधा दर्ज़न प्रत्याशी मैदान मे है जदयू व राजद ने दो दो तथा कांग्रेस व भाजपा ने एक एक प्रत्याशी को मैदान में उतारा है | खास बात यह है की राजद की लिस्ट में पूर्व सांसद शाहबुद्दीन की +पत्नी हिना शाहब का नाम शामिल नहीं है बताया जा रहा है की हिना राज्य सभा सदस्य पद के लिए दवाब डाल रही है लेकिन सिवान जेल में शाहबुद्दीन के दरबार लगाने तथा उनके करीबियों के नाम पत्रकार हत्याकांड में उछलने के बाद हिना को लेकर राजद बैकफुट
पर आ गई है उन्हें समझाने के प्रयास जारी है अगर बात बन गई तो ठीक अन्यथा अंतिम झनो में भी उलट फैर हो सकता | आइए नज़र डालते है इन प्रत्याशियो पर एक नज़र रामचंद्र पूर्वे (राजद )लालू प्रसाद के वफादारों में गिने जाने वाले डा रामचंद्र पूर्व लगातार तीन बार से राजद के प्रदेश अधयझ है इस बार निर्विरोध चुने गए है राजनितिक और सामाजिक मामले की अच्छी समझ रखने वाले र्व पूर्ववर्ती लालू राबड़ी सरकार में शिझा मंत्री रह चुके है पूर्व ने बुरे समय में भी लालू का हाथ नहीं छोड़ा यही कारण है की महागठबंधन कीलहर में भी विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद \पार्टी में उनकी अहमियत कम नहीं हुई | पूर्व को विभिन्न मुद्दों
पर तर्कसंगत तरीके से पार्टी की बात रखने में माहिर मन जाता है |
कमर आलम (राजद )
वर्ष 1987 में छात्र जीवन से ही कांग्रेस से राजनीती की शुरआत करने वाले प्रधान महासचिव कमर आलम पिछले 12 वर्ष से राजद के महासचिव थे बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले आलम इसके पहले कांग्रेस रहते हुए सितारमकेसरी के भी बेहद करीबी थे |
गुलाम रसूल बनयावी (जदयू ) पहले रामविलाश पासवान की पार्टी लोजपा के प्रदेश अदयझ थे |
अर्जुन सहनी (भाजपा )विधान परिषद में भाजपा के प्रत्याशी अर्जुन सहनी प्रारंभ से ही भाजपा से जुड़े रहे है |