समाज में कन्या भ्रूण हत्या, दहेज़ प्रथा जैसी कुरीतियों के विरोध और बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ अभियान को और गति देने के उद्देश्य से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार १९ अगस्त ,२०१५ को बेटियों के लिए एक दिन के उपवास का आयोजन किया गया. जमशेदपुर,बैंगलोर,बड़ौदा,राजकोट,रांची,मुजफ्फपुर,भागलपुर,कटनी,अहमदाबाद,पुणे ,मुंबई के ४८ परिवारों ने अपने अपने शहरों में व्यक्तिगत स्तर पर व्रत रखा और बेटियों की सकुशलता ,दीर्घायु और सर्वांगीण विकास की कामना की. बेटियों का आश्रय सिर्फ अपनी बेटियां नहीं बल्कि देश की हर बेटी की उन्नति के लिए किये गए इस लघु प्रयास में सहयोग देने के लिए सभी मित्रों का दिल से शुक्रिया. छोटा ही सही पर शुरुआत तो हुई,यही काफी है.
देश में पहली बार बेटियों के लिए व्रत की शुरुआत की गयी है .इस अभियान को सफल बनाने में विजय सिंह ,साधना सिंह कमलेश कुमार,त्रिवेणी मिश्रा, रमेश शर्मा, विवेक शर्मा,विजय कुमार शेठ ,तरुण कुमार, शुभांगी सिंह, आदि का काफी योगदान रहा.